कोरोना योद्धाओं से भिड़ने पर लगेगी रासुका, अबतक लॉकडाउन उल्लंघन में 1379 लोगों पर 316 मुकदमे दर्ज
शहर में कोराना संक्रमित मिलने के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस से जंग में पुलिस, स्वास्थ्य और नगर निगम कर्मचारी योद्धा की तरह काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों के साथ मारपीट करने या भिड़ने पर अब सीधे रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) की कार्रवाई की जाएगी। शहर में कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने के बाद पुलिस ने सख्ती और बढ़ा दी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने में अभी तक 1379 लोगों पर 316 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। गलियों और मोहल्लों में भीड़ लगाने और घूमने वालों को ड्रोन कैमरों व सीसीटीवी कैमरों की मदद से पकड़ा जा रहा है।
पुलिस लाइन में बैठक करते हुए आइजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से पीड़ित संदिग्ध या संक्रमित व्यक्ति के बारे में कोई सूचना मिले तो मेडिकल टीम के साथ पुलिस भी भेजी जाए। पहली टीम कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज को एंबुलेंस में बैठाएगी। इस टीम के पास एन-95 मास्क, फुल बॉडी प्रोटेक्टर, फेस सील्ड, आइ कवर, हैंड सैनिटाइजर आदि सामग्री होनी चाहिए। दूसरी टीम क्षेत्र में कानून व्यवस्था नियंत्रित करेगी। इस टीम के पास दंगा नियंत्रण उपकरण जरूर होने चाहिए। उन्होंने एलआइयू को निर्देश दिए कि ऐसे लोगों को चिह्न्ति करें जो निजामुद्दीन की जमात में गए या विदेश से एक माह के दौरान वापस आए और पुलिस को सूचना नहीं दी। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटरों पर भी पुलिस की ड्यूटी, सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए कहा।उन्होंने एसएसपी अनंत देव से सर्विलांस के जरिए विदेश से आने वालों को चिह्न्ति कराने के लिए कहा।
शहर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद पुलिस सड़कों पर बेवजह घूमने वालों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। शहर में कोरोना वायरस से संक्रमित सात जमातियों के मिलने के बाद छह जगहों को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही वहां आवाजही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एसएसपी अनंतदेव तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। कालाबाजारी, मुनाफाखोरी व लॉकडाउन की शर्तो के उल्लंघन में सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। अब तक राशन व खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी में 40 व्यक्तियों के खिलाफ 29 मुकदमे और लॉकडाउन का उल्लंघन करने में भीड़ लगाने पर 1379 लोगों के खिलाफ 316 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
रोज तैयार हो रहे 200 मास्क
आइजी ने थ्री लेयर मास्क बनाने के लिए तैयार हुए सेंटर का भी भ्रमण किया। बेहतर मास्क बनाने वाले कर्मचारियों व महिला सिपाहियों को पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने कर्मचारियों से मास्क के साथ फुल बॉडी शूट भी बनाने के लिए कहा। आइजी ने बताया कि पुलिस लाइन में हर दिन 200 मास्क बनाए जा रहे हैं।