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पेशी के दौरान फरार हत्यारोपित विक्की सोनी के लाल कॉलोनी के एक अपराधी के संपर्क में होने की चर्चा,

फरार होने में मदद करने वाले उसके भाई दीपचंद्र चचेरे भाई सुरेंद्र साथी रोहित और रामजी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। फरार होने के बाद विक्की ने नौबस्ता के प्रापर्टी डीलर महेश यादव से फोन पर 25 लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी थी।

By Akash DwivediEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 10:42 AM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 10:42 AM (IST)
पेशी के दौरान फरार हत्यारोपित विक्की सोनी के लाल कॉलोनी के एक अपराधी के संपर्क में होने की चर्चा,
प्रापर्टी डीलर महेश यादव से फोन पर 25 लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी थी

कानपुर, जेएनएन। न्यायालय में पेशी पर आए हत्यारोपित विक्की सोनी की लोकेशन टे्रस न होने से उसके व पुलिस के बीच आंख मिचौली का खेल जारी है। हालांकि, उसके लाल कॉलोनी के अपराधी के संपर्क में होने की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि विक्की के फरार होने में इसने विक्की की मदद की थी। फिलहाल पुलिस सॢवलांस की मदद से दोनों की लोकेशन टे्रस करने की कोशिश कर रही है।  चार माह पहले विक्की की लोकेशन मुंबई में मिली थी। दीपावली के पहले उसके शहर आने की भी जानकारी हुई, लेकिन सटीक लोकेशन नहीं मिलने से उसको गिरफ्तार नहीं किया जा सका।  नौबस्ता के एक ढाबे में पांच साल पहले रोहित भदौरिया की हत्या हुई थी। मामले में विक्की सोनी जेल में था। सिपाही सतेंद्र और जितेंद्र के साथ पेशी पर कचहरी आया विक्की चकमा देकर फरार हो गया था। एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया था। फरार होने में मदद करने वाले उसके भाई दीपचंद्र, चचेरे भाई सुरेंद्र, साथी रोहित और रामजी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। फरार होने के बाद विक्की ने नौबस्ता के प्रापर्टी डीलर महेश यादव से फोन पर 25 लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी थी। 

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फतेहपुर, प्रयागराज समेत संभावित स्थानों पर दी गई थी दबिश 

पुलिस ने विक्की को गिरफ्तार करने के लिए फतेहपुर में दबिश दी, लेकिन उसके पहले ही शातिर ने अपना ठिकाना बदल दिया। इसके बाद पुलिस ने प्रयागराज समेत अन्य संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। 

राज जी मिश्र विक्की के फाइनेंसर के सपर्क में 

रामजी मिश्र है विक्की का फाइनेंसर नौबस्ता निवासी ठेकेदार रामजी मिश्र विक्की सोनी का फाइनेंसर है। विक्की को भगाने के आरोप में वह जेल भी गया है। जुआ और सट्टा से कमाई रकम से वह विक्की को संसाधन मुहैया कराता था। मौजूदा समय में जेल से छूट चुका है। मामले में नौबस्ता पुलिस ने बिधनू के एक पेट्रोल पंप मालिक के बेटे को भी पूछताछ के लिए उठाया था, जिसे पुलिस मित्र इमरान टैंकर ने आठ लाख रुपये का लेनदेन कर छुड़ाया था। 

इनका ये है कहना

विक्की सोनी की धर पकड़ के लिए टीमें लगी हैं। सर्विलांस टीम लगातार उसकी गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए है। लाल कालोनी के अपराधी से उसके संपर्क होने की जानकारी पर काम किया जा रहा है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा।                                                                        - दीपक भूकर, एसपी साउथ


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