नए वर्ष में बाबा को स्पर्श नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु, टनल सिस्टम से बाबा पर दूध और गंगाजल चढ़ाएंगे भक्त
संध्या आरती में पुजारियों और महंतों को ही गर्भ गृह प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का आयोजन भीड़ एकत्र होने की मनाही रहेगी। मुख्य मंदिर के अलावा मंदिर परिसर में देवी देवताओं के मंदिरों में भी विधि विधान से पूजन अर्चन किया जाएगा
कानपुर, जेएनएन। बाबा आनंदेश्वर मंदिर परमट में नए साल में भक्तों को दूर से ही दर्शन करने की अनुमति मिलेगी। बाबा को स्पर्श करने की इच्छा रखने वाले भक्तों को गर्भ ग्रह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए मंदिर प्रबंधन में सोमवार की तर्ज पर होने वाले दर्शन प्रणाली को लागू करने की योजना बना ली है। मुख्य द्वार पर बैरिकेडिंग लगाकर भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। जूना अखाड़ा से आए बाबा आनंदेश्वर मंदिर के व्यवस्थापक इच्छागिरी महाराज ने बताया कि प्रवेश द्वार से ही भक्तों को नियमावली का पालन करते हुए प्रवेश दिया जाएगा। महाराज श्री ने बताया कि नए वर्ष में भक्तों की अधिक संख्या दर्शन को देखते हुए यह व्यवस्था सुचारू की जाएगी। भक्त दूध और गंगाजल टनल सिस्टम से बाबा पर अर्पित करेंगे। मंदिर में होने वाली और आरती और संध्या आरती में पुजारियों और महंतों को ही गर्भ गृह प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का आयोजन भीड़ एकत्र होने की मनाही रहेगी। मुख्य मंदिर के अलावा मंदिर परिसर में देवी देवताओं के मंदिरों में भी विधि विधान से पूजन अर्चन किया जाएगा। भक्त प्रतिदिन की तरह महाप्रभु के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
जल्द नए रूप में नजर आएगा बाबा का दरबार
बाबा आनंदेश्वर मंदिर परमट पिछले कई महीनों से सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। गर्भ ग्रह से लेकर मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे एयर प्यूरीफायर गर्भ ग्रह में शिव परिवार की कलाकृति और दीवारों पर चांदी की परत चढ़ाने का कार्य जोरों पर चल रहा है। नए वर्ष में यह सब कार्य पूरे होने पर बाबा का दरबार भव्य रूप में भक्तों को नजर आएगा।