Fake Aadhaar Card: कानपुर में एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर पर मिले 37 निवास प्रमाणपत्र
बुधवार को जाजमऊ के कैलाशनगर स्थित साइबर कैफे में छापा मारकर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले आरोपित शैलेंद्र साहू को गिरफ्तार किया था जबकि आइडी व पासवर्ड देने वाला कैफे संचालक सुनील पाल फरार हो गया था। पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
कानपुर, जेएनएन। चकेरी में फर्जी आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्र बनवाने वाले शातिरों ने एक रजिस्ट्रेशन नंबर पर 37 फर्जी निवास प्रमाणपत्र बनाए थे। सभी में नाम, पते अलग-अलग भरे गए थे। इसके बाद इन सभी प्रमाणपत्रों के जरिए 37 लोगों के फर्जी आधार कार्ड व पैनकार्ड जारी करवाए गए। दस्तावेजों की जांच में पुलिस ने यह जालसाजी पकड़ी है। अब सभी 37 व्यक्तियों की तलाश की जा रही है। इसके लिए खुफिया टीम को भी लगाया गया है।
बीते बुधवार को जाजमऊ के कैलाशनगर स्थित साइबर कैफे में छापा मारकर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले आरोपित शैलेंद्र साहू को गिरफ्तार किया था, जबकि आइडी व पासवर्ड देने वाला कैफे संचालक सुनील पाल फरार हो गया था। पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने कैफे से भारी मात्रा में निवास प्रमाणपत्र, फर्जी आधार कार्ड, मोहरें, पहचानपत्र, लैपटॉप, डेस्कटॉप आदि उपकरण भी बरामद किए थे।
मंगलवार को दस्तावेजों की जांच में पुलिस को 37 निवास प्रमाणपत्र एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर वाले मिले, लेकिन इन सभी में व्यक्ति का नाम, पता अलग-अलग था। इससे सामने आया कि आरोपितों ने किसी एक ओरिजनल आइडी के जरिए फर्जी आइडी तैयार कीं और फिर उन आइडी के जरिए बड़े पैमाने पर आधार कार्ड, पैनकार्ड आदि तैयार किए थे। पुलिस के सामने उन 37 लोगों को पकडऩा अब बड़ी चुनौती है। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि दस्तावेजों की जांच के लिए कई और थानों की पुलिस की मदद ली जा रही है।
पासपोर्ट बनवाए जाने की भी आशंका
आरोपितों ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि के जरिए कहीं पासपोर्ट भी तो नहीं बनवाए। पुलिस अब इस सवाल का भी जवाब ढूंढने की कोशिश कर रही है। इसके लिए आधार कार्ड धारकों के नाम की सूची पासपोर्ट दफ्तर भेजने की तैयारी की जा रही है।