आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों ने दिखाई बिजली वितरण की स्मार्ट प्रणाली, साइबर हमलों से भी बचाएगी
कानपुर में आइआइटी ने अत्याधुनिक प्रणाली विकसित की है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 मई तक चलेगा। इसमें केस्को ओपल-आरटी सिनर्जी सिस्टम्स एंड सोल्यूशंस के तकनीशियन भी हिस्सा ले रहे हैं। यह कोर्स पावर फाइनेंस कारपोरेशन और पीएफसी कंसल्टिंग लिमिटेड की ओर से समर्थित है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने अत्याधुनिक प्रणाली विकसित की है, जो न केवल बिजली वितरण व पारेषण को आसान बनाएगी, बल्कि उसे साइबर हमलों से भी बचाएगी। इस अत्याधुनिक स्मार्ट तकनीक के जरिए विद्युत प्रणालियों की बेहतर निगरानी और नियंत्रण के साथ संचार प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे की भूमिका समझाने के लिए आइआइटी में गुरुवार को इंटेलिजेंट पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम पर प्रशिक्षण शुरू हुआ।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आइआइटी गुवाहाटी, आइआइटी त्रिची, आइआइटी रोपड़, आइआइटी खडग़पुर के शिक्षाविदों के साथ ही उद्योग जगत के लोगों ने हिस्सा लिया। केस्को, स्काडा समेत कई बिजली कंपनियों के प्रतिनिधि भी नई तकनीक से रूबरू हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के डीन आफ रिसोर्स एंड एल्युमिनाइ प्रो. कांतेश बलानी, डीन आफ रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. एआर हरीश, प्रो. एससी श्रीवास्तव, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के हेड प्रो. आरएम हेगड़े, प्रो. अंकुश शर्मा और प्रो. आलोक रंजन वर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 मई तक चलेगा। इसमें केस्को, ओपल-आरटी, सिनर्जी सिस्टम्स एंड सोल्यूशंस के तकनीशियन भी हिस्सा ले रहे हैं।
यह कोर्स पावर फाइनेंस कारपोरेशन और पीएफसी कंसल्टिंग लिमिटेड की ओर से समर्थित है। इससे शिक्षाविदों और उद्योगों के प्रतिभागियों को इंटेलिजेंट पावर ट्रांसमिशन और वितरण प्रणाली के क्षेत्र में विभिन्न अवधारणाओं और विकास के बारे में जानकारी मिलेगी।