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कानपुर: गोविंद नगर बाजार मेंं लोकेशन तय करती है फुटपाथ का रेट, जाम की समस्या से लोग परेशान

पुलिस की ढिलाई से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं के सुगम यातायात में बड़ा रोड़ा बने हुए हैं। यहां फर्नीचर दुकानदार डिस्प्ले के लिए सड़क तक माल लगाते हैं जिससे पैदल चलने वालों को भी दिक्कत होती है। पुलिस के लचर रवैये के चलते समस्या बढ़ती जा रही है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 11:30 AM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 11:30 AM (IST)
कानपुर: गोविंद नगर बाजार मेंं लोकेशन तय करती है फुटपाथ का रेट, जाम की समस्या से लोग परेशान
गोविंद नगर बाजार में अतिक्रमण के चलते दिन भर जाम लगा रहता है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। गोविंद नगर बाजार में अतिक्रमण का बोलबाला है। सुबह हो या शाम यहां जाम लगा रहता है। यहां तक कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। फर्नीचर बाजार के दुकानदारों ने तो दुकानों के बाहर फुटपाथ के स्थान पर चार से पांच फीट के चबूतरे बना रखे हैं, इसके बाद भी सड़क तक माल लगाते हैं। ऐसे ही चावला मार्केट से नटराज तिराहे तक सड़क के दोनों ओर का फुटपाथ माफिया ने बेच डाला है। यहां लोकेशन तय करती है कि फुटपाथ का किराया कितना होगा। माफिया इन फुटपाथ दुकानदारों से पांच से 15 हजार रुपये प्रतिमाह तक किराया वसूली करते हैं। पूर्व में कई बार नगर निगम ने यहां अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया, लेकिन पुलिस की ढिलाई से फुटपाथ दुकानदारों की पूरी मंडी सजी रहती है।

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गोविंद नगर फर्नीचर मार्केट में गोविंदपुरी समानांतर पुल निर्माण होने के बाद एक तरफ की सड़क चौड़ी और दूसरी ओर संकरी है। फर्नीचर मार्केट में दुकानदारों ने फुटपाथ की जगह घेर कर यहां पांच फीट के चबूतरे बना लिए। इतने में भी इन दुकानदारों का गुजारा नहीं होता तो अब सड़क तक माल का डिस्प्ले के लिए सामान लगाते हैं। यही हाल दूसरी लेन का भी है। यहां मकानों में बने शोरूम भी  अपने दुकान का माल फुटपाथ पर लगाते हैं। पुल निर्माण से सड़क संकरी होने के बाद अतिक्रमण और बेतरतीब खड़े वाहन सुगम यातायात में रोड़ा बनते हैं। बात की जाए मुख्य बाजार की तो चावला मार्केट चौराहे से नटराज तिराहे के बीच सड़क के दोनों ओर के फुटपाथ माफिया ने बेच डाले हैं। पक्की दुकानों से अधिक ठेले व काउंटर वाली दुकानें लगती हैं। इनकी संख्या एक हजार से भी ऊपर है। ठेलिया दुकानदार तो सड़क पर ही दुकानें सजाते हैं।

पांच से 15 हजार रुपये प्रतिमाह होती वसूली: चावला मार्केट चौराहे से गोविंद नगर थाने के पास तक फुटपाथ पर लगने वाली दुकानों से पांच से सात हजार रुपये प्रतिमाह की वसूली की जाती है। थाने के आगे से नटराज तिराहे तक फुटपाथ के रेट 12 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह हैं। गली के किनारे वाली दुकानों में दोनों शटर के बाहर दो-दो छोटे काउंटर लगते हैं। जिनसे दुकान मालिक किराया वसूली करते हैं।

नाले पर भी सज गईं दुकानें: पानी निकासी के लिए यहां पांच फीट का सीमेंटेड नाला बनाया गया है। दुकानदारों ने इसके स्लैब पर भी फुटपाथ वालों को यहां दुकानें लगाने के लिए किराये पर दिया है। इस पर मोबाइल कवर, पर्दे, गाउन, लोवर टीशर्ट वाले स्टैंड पर सामान लगाकर बिक्री करते हैं। इन लोगों से दुकानदार 15 हजार रुपये मासिक किराया वसूलते हैं।

मंगलवार के बाजार में पुलिस करती वसूली: गोविंद नगर में साप्ताहिक बंदी मंगलवार को होती है। साप्ताहिक बंदी के दिन रामलीला मैदान से गोविंद नगर थाने के बीच फुटपाथ का बाजार लगता है। जिसमें दूसर दराज से लोग खरीदारी करने आते हैं। इस बाजार में क्राकरी, पर्दे, बेडशीट, कपड़े, प्लास्टिक का सामान की दुकानें लगती हैं। मंगलवार को इन फुटपाथ दुकानदारों की संख्या करीब दो सौ के आसपास रहती है। इन दुकानदारों से पुलिस वसूली करती है।

बीच बाजार में थाना और एसीपी कार्यालय: गोविंदनगर में फुटपाथ माफिया पुलिस की निगरानी में फल फूल रहा है। बीच बाजार थाना और एसीपी का कार्यालय है। रोजाना अफसर अपनी नजरों से फुटपाथ माफिया की दबंगई देखते हैं, मगर रोजाना होने वाली मोटी कमाई की वजह से कोई बोलने को तैयार नहीं है।

आज खाली होगा गुमटी का फुटपाथ: डीसीपी दक्षिण रवीना त्यागी ने बताया कि दैनिक जागरण द्वारा गुमटी बाजार में फुटपाथ कब्जाने और अतिक्रमण की समस्या उठाई गई थी। इस संबंध में पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद फैसला लिया है कि बुधवार को क्षेत्र में फुटपाथ खाली कराया जाएगा और अतिक्रमण हटवाए जाएंगे। इसके बाद यहां व्यवस्था बनी रहे, इसकी जिम्मेदारी नगर निगम व पुलिस के संयुक्त दस्ते की होगी। जो व्यापारी नियम नहीं मानेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

जानिए- क्या बोले जिम्मेदार: नगर निगम के सहयोग से अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण को हटवाकर सुगम यातायात के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। फिलहाल गोविंदपुरी समानांतर पुल से उल्टी दिशा में चलने वालों पर सख्ती की गई है। -रवीना त्यागी, डीसीपी साउथ

- पूर्व में भी यहां पर अवैध कब्जे हटाए जा चुके हैं। बार-बार फुटपाथ पर कब्जे हो जाते हैं। संख्या इतनी ज्यादा है कि बिना पुलिस के नियंत्रण संभव नहीं है। अगर पुलिस अभियान चलाए तो नगर निगम सहयोग करेगी। -स्वर्ण सिंह, जोन पांच प्रभारी नगर निगम

- निश्चित तौर पर गोविंद नगर क्षेत्र में जाम बड़ी समस्या है। सरकार की भी यही नीति है कि मुख्य सड़क मार्ग अतिक्रमण मुक्त हों। पुलिस को चाहिए कि कार्रवाई करे। हालांकि कभी भी किसी ने मुझसे इस विषय को लेकर शिकायत नहीं की। -महेश त्रिवेदी, विधायक


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