गंगा बैराज पुल परद नहीं बन सकती सिक्सलेन रोड, फिलहाल प्रस्ताव खारिज अब फोरलेन की तैयारी
कानपुर में गंगा बैराज पुल पर बंधा कम चौड़ा होने की वजह से सिक्सलेन रोड के लिए प्रस्ताव को पीडब्लूडी ने खारिज कर दिया है। बंधे की चौड़ाई 24 मीटर होने की वजह से अब पुल पर चार लेन का बनाने की योजना तैयार की जा रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। गंगा बैराज पुल को छह लेन बनाने का प्रस्ताव फिलहाल पीडब्ल्यूडी ने खारिज कर दिया है। इसकी वजह है बंधे की चौड़ाई सिर्फ 24 मीटर का होना। बंधा छह लेन नहीं हो सकता है ऐसे में पुल को भी छह लेन नहीं किया जा सकेगा। बंधे पर दो लेन सड़क और बनाई जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव भी पीडब्ल्यूडी की ओर से मुख्यालय भेज दिया गया है। साथ ही पुल के चौड़ीकरण का कार्य न हो पाने की रिपोर्ट भी मंडलायुक्त को भेज दी गई है।
मंधना से बैराज होते हुए मरहला चौराहा से मोहनलालगंज तक जाने वाली सड़क को स्टेट हाईवे घोषित किया गया है। इस मार्ग को चार लेन बनाकर उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। इसके बाद इसकी मरम्मत, रखरखाव आदि का कार्य प्राधिकरण ही करेगी। मंधना से मरहला चौराहा तक सड़क को फोर लेन बनाने में करीब दो सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट का परीक्षण पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में चल रहा है। इसकी डीपीआर बनाने के समय ही मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने पीडब्ल्यूडी को पुल के चौड़ीकरण की संभावना तलाशने के लिए कहा था। चूंकि बैराज पुल का स्ट्रक्चर छह लेन का है।
ऐसे में उम्मीद थी कि पुल छह लेन बन जाएगा, लेकिन अब इसे पीडब्ल्यूडी की ओर से कहा गया है कि बंधा 24 मीटर ही है ऐसे में पुल को छह लेन नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही यह पुल भारी वाहनों के संचालन के लिए नहीं बनाया गया था। हालांकि सड़क बन जाने के बाद इसका उपयोग आवागमन के लिए हो रहा है। न सिर्फ इस पर डंफर चल रहे हैं बल्कि भारी लोड के साथ ट्रक भी। दो पहिया व अन्य चार पहिया वाहनों की संख्या भी इस पर बहुत है। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल रिपोर्ट भेजी गई है। बंधे की चौड़ाई अगर छह लेन सड़क के लायक होती तो पुल चौड़ा करने पर विचार किया जाता।