कानपुर डीएम ने तय की जिम्मेदारी, धान खरीद में होने वाली धांधली पर नजर रखेंगे ये दो अधिकारी
रोस्टर के अनुसार अपर नगर मजिस्ट्रेट ध्यान केंद्र पर जाएंगे किसानों की समस्याएं समझेंगे और खरीद कर आएंगे कहीं कागज पर खरीद तो नहीं हो रही है यह भी जानने की कोशिश करेंगे। प्रतिदिन के कार्य की सर्वे रिपोर्ट एडीएम आपूॢत एवं जिला खरीद अधिकारी डॉ बसंत अग्रवाल को भेजेंगे।
कानपुर, जेएनएन। धान खरीद में अनियमितता रोकने और ज्यादा से ज्यादा किसानों से धान की खरीद कराने की जिम्मेदारी अब उप जिलाधिकारियों के साथ ही अपर नगर मजिस्ट्रेट की भी होगी । जिलाधिकारी ने सभी की जिम्मेदारी तय कर दी है। सप्ताह में कौन अपर नगर मजिस्ट्रेट किस ब्लॉक में निरीक्षण करेगा और खरीद कर कराएगा इसका रोस्टर भी तय हो गया है। रोस्टर के अनुसार अपर नगर मजिस्ट्रेट ध्यान केंद्र पर जाएंगे किसानों की समस्याएं समझेंगे और खरीद कर आएंगे कहीं कागज पर खरीद तो नहीं हो रही है यह भी जानने की कोशिश करेंगे।
धान खरीद केंद्रों पर जबरदस्त धांधली हो रही है । तीन केंद्र प्रभारियों पर डीएम खुद मुकदमा दर्ज करा चुके हैं।स्थिति यह है कि कागज पर किसानों का नाम दर्ज किया जा रहा है जबकि आढ़तियों से धान खरीदा जा रहा है । ऐसे कई मामले पकड़ में आने के बाद डीएम आलोक तिवारी ने निर्णय लिया है कि एसडीएम के साथ ही अपर नगर मजिस्ट्रे भी जाएंगे और धान की खरीद कराएंगे। गड़बडिय़ां मिलने पर धान खरीद केंद्रों के प्रभारियों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। जिला खाद्य विपणन अधिकारी संतोष कुमार यादव ने बताया कि अपर नगर मजिस्ट्रेट में निरीक्षण शुरू कर दिया है प्रतिदिन के कार्य की सर्वे रिपोर्ट एडीएम आपूॢत एवं जिला खरीद अधिकारी डॉ बसंत अग्रवाल को भेजेंगे।
धान केंद्र तो खुल गया, अभी तक शुरू नहीं हो पाई खरीद
बिधनू और महाराजपुर में धान केंद्र खुले हुए चार दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक खरीद नहीं शुरू हो पाई है। बिधनू पॉली गांव के किसान विवेक तिवारी ने बताया कि उनका 40 कुंतल धान जमीन में फैला हुआ है। वह धीरे-धीरे जमीन पर जमना शुरू हो गया है। कुछ दिन और ऐसा रहा तो पूरा धान खराब हो जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र में कोई भी कर्मचारी आता नहीं है। कई बार एसडीएम अपर्णा कुमारी व जिला धान खरीद अधिकारी संतोष यादव से कई बार शिकायत की जा चुकी है, अभी तक इस पर अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया।
दो दिन में नहीं शुरू हुई खरीद तो देंगे धरना
गांव के किसान अनिल, शेषनारायण, शशिकांत ने बताया कि अधिकारियों के आश्वासन की सीमा पार हो चुकी है। अगर दो दिन में धान की खरीद नहीं शुरू हुई तो सभी लोग गांव में धरना देंगे।
अधिकारी का नहीं उठता फोन
किसान शशिकांत ने बताया कि जिला खरीद अधिकारी संतोष यादव को कई बार केंद्र फोन किया, लेकिन फोन उठता नहीं। अब तो उन्होंने नंबर भी ब्लॉक कर दिया है।