इंस्पेक्टर की प्रताड़ना से आहत किशोरी के जहर खाने का मामला दबा रही पुलिस, नहीं कराया मेडिकल
कानपुर देहात के राजपुर थाने में इंस्पेक्टर की प्रताड़ना से आहत किशोरी के जहर खाने के बाद एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में 60 घंटे बाद भी उसका मेडिकल न कराए जाने से कानपुर देहात पुलिस की मंशा पर सवालिया निशान लगा है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर देहात के राजपुर की एक बेटी ने पुलिस की प्रताड़ना से आहत होकर जहर खा लिया। 15 साल की किशोरी को गंभीर हालात में एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो दिन से यह मामला चर्चाओं में है, लेकिन पुलिस असली घटनाक्रम को छिपाए हुए हैं। एलएलआर अस्पताल में भर्ती किशोरी के शरीर पर नोच खसोट के दर्जन भर निशान हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि घटना के 60 घंटे बाद भी अब तक पुलिस ने किशोरी का मेडिकल परीक्षण (मेडिको लीगल) नहीं कराया।
राजपुर थाना क्षेत्र के जैनपुर निवासी एक किशोरी द्वारा अपने ही एक रिश्तेदार की फोटो वायरल कर दी गई थी। मामले में रिश्तेदार द्वारा पुलिस से शिकायत की गई। शिकायत पर किशोरी को राजपुर इंस्पेक्टर द्वारा थाने पर बुलाया गया और बंद कमरे में पूछताछ की गई। बाद में घर लौटने पर किशोरी द्वारा जहर खा लेना बताया गया। किशोरी को बाद में एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दैनिक जागरण द्वारा जब इस मामले की पड़ताल की गई तो दाल में काला नजर आ रहा है। किशोरी को 29 अगस्त 2021 को शाम 7.10 बजे एलएलआर में भर्ती कराया गया था जिस समय वह यहां आई, उसकी हालात नाजुक थी। उसे वेंटीलेटर पर ले जाना पड़ा। एलएलआर के सूत्रों के मुताबिक लड़की के शरीर में नोट खसोट के कई जख्म हैं। बावजूद इसके घटना के 60 घंटे बाद भी उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया।
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-आरोप इंस्पेक्टर द्वारा बैड टच का है। देर शाम किशोरी को होश आ गया था। बुधवार को उसके बयान होंगे। जांच के लिए महिला एसडीएम व महिला सीओ की संयुक्त जांच टीम बनाई गई है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। -मोहित अग्रवाल, आइजी रेंज कानपुर