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कानपुर में कमिश्नरेट लागू होने के बाद खूब बने गैंगस्टर, यहां देखें- पुलिस का अब तक का रिपोर्ट कार्ड

Kanpur Crime News गैंगस्टर एक्ट में कारवाई के आंकड़ों पर गौर करें तो मंडल में कमिश्नरेट पुलिस का आंकड़ा बेहद खराब है। छह महीने में 31 अपराधियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए लेकिन संपत्ति जब्तीकरण एक भी नहीं हुई।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sat, 28 Aug 2021 09:39 AM (IST)Updated: Sat, 28 Aug 2021 01:49 PM (IST)
कानपुर में कमिश्नरेट लागू होने के बाद खूब बने गैंगस्टर, यहां देखें- पुलिस का अब तक का रिपोर्ट कार्ड
कानपुर पुलिस की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। Kanpur Crime News सरकार के आदेश पर पूरे प्रदेश में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। शहर में भी धड़ाधड़ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं, मगर संपत्ति जब्तीकरण के मामले में कमिश्नरेट पुलिस काफी पीछे है। जय बाजपेयी की संपत्ति जब्तीकरण के बाद से कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि कमिश्नरेट गठन के बाद 31 अपराधियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध किया जा चुका है।  

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गैंगस्टर एक्ट में कारवाई के आंकड़ों पर गौर करें तो मंडल में कमिश्नरेट पुलिस का आंकड़ा बेहद खराब है। छह महीने में 31 अपराधियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए, लेकिन संपत्ति जब्तीकरण एक भी नहीं हुई। कमिश्नरेट को छोड़कर मंडल में इस साल 137 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई, जिसमें 25.30 करोड़ की संपत्तियां जब्त हुईं। आंकड़ों के मुताबिक कानपुर आउटर में 21, कानपुर देहात में 16, इटावा में 41, औरैया में 12, फर्रुखाबाद में 25 और कन्नौज में 22 अपराधियों पर गैंगस्टर लगाया गया। इसमें कानपुर देहात में दो, इटावा में तीन, औरैया में दो, फर्रुखाबाद में सात और कन्नौज में एक आरोपित की संपत्ति जब्त की गई। इसमें सर्वाधिक चर्चित संपत्ति जब्तीकरण औरैया के एमएलसी कमलेश पाठक की हुई, जिसमें पुलिस ने 16.35 करोड़ की संपत्ति जब्त की। औरैया के अछल्दा में पुलिस ने अरविंद यादव के कब्जे से 25 करोड़ की सरकारी भूमि भी मुक्त कराई।

रिकार्ड संख्या में लगा रासुका: राज्य सरकार की मंशा के अनुसार इस साल कोविड काल में दवाओं की काला बाजारी करने वाले और समाज में आतंक फैलाने वालों के खिलाफ रासुका के तहत मुकदमे दर्ज हुए। सर्वाधिक आठ मुकदमे फर्रुखाबाद में हुए। रासुका के पांच मुकदमों के साथ कानपुर आउटर दूसरे स्थान पर रहा। कानपुर कमिश्नरेट में दवाओं की कालाबाजारी करने वाले दो और औरैया में एक आरोपित के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई। यह आंकड़े साल के सात महीनों के हैं, जबकि पिछले साल मंडल में 14 और वर्ष 2019 में केवल पांच लोगों को एनएसए के तहत निरुद्ध किया गया था।

गुंडों को भी सिखाया सबक: यह साल गुंडों को भी सबक सिखाने के लिए याद किया जाएगा। मंडल में इस साल अब तक 2934 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई। आंकड़ों के मुताबिक कानपुर आउटर में 308, कानपुर देहात में 314, इटावा में 597, औरैया 368, फर्रुखाबाद में 537 व कन्नौज में 386 अपराधियों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई। पिछले साल कुल गुंडा एक्ट की कार्रवाई 1655 और वर्ष 2019 में 1499 थीं। वहीं कमिश्नरेट पुलिस ने 424 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई की।

इनका ये है कहना: 

  • शासन की मंशा के अनुसार अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। संपत्ति जब्तीकरण में भी तेजी आई है। आने वाले दिनों में कार्रवाई और तेज होगी। -  मोहित अग्रवाल, आइजी कानपुर
  • कमिश्नरेट गठन के बाद से निरोधात्मक कार्रवाई में कुछ ठहराव आया था। अब तेजी लाई जा रही है। गैंगस्टर एक्ट में संपत्ति के जब्तीकरण की प्रक्रिया तेज की जाएगी। -  असीम अरुण, पुलिस आयुक्त

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