Move to Jagran APP

UP में दूसरा कबरई कांड: फिर विवादों के घेरे में आई महोबा पुलिस, वकील के सुसाइड नोट ने खड़े किए सवाल

Advocate Sucide Case एक बार फिर महोबा पुलिस चर्चा में है। मामला है अधिवक्ता मुकेश पाठक की आत्महत्या का। मृतक वकील के पास मिले सुसाइड नोट और उनके स्वजन के मतानुसार पुलिस पर आरोपितों से मिले होने की बात सामने आई है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 06:56 PM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 06:56 PM (IST)
UP में दूसरा कबरई कांड: फिर विवादों के घेरे में आई महोबा पुलिस, वकील के सुसाइड नोट ने खड़े किए सवाल
मुकेश पाठक ने स्वयं को गोली मार कर आत्महत्या करने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा था।

महोबा, जेएनएन। Advocate Sucide Case: पिछले वर्ष हुआ इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या का मामला तो आपको याद ही हाेगा। जिसकी जांच अब तक चल रही है। उसमें पुलिस की भूमिका पर सवाल भी उठे थे, लेकिन एक बार फिर महोबा पुलिस चर्चा में है। मामला है अधिवक्ता मुकेश पाठक की आत्महत्या का। मृतक वकील के पास मिले सुसाइड नोट और उनके स्वजन के मतानुसार पुलिस पर आरोपितों से मिले होने की बात सामने आई है। मुकेश पाठक के स्वजन का कहना है कि आरोपित दबंग किस्म के होने के चलते लगातार धमकाते रहे। पुलिस यदि पहले ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लेती तो शायद आज वकील की जान न जाती। 

loksabha election banner

इंद्रकांत त्रिपाठी ने ऑडियो के माध्यम से लगाया था आरोप

कबरई क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने सात सितंबर 2020 को ऑडियो-वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी व अन्य पुलिस कर्मियों पर उगाही करने तथा धमकाने का आरोप लगाया था। इसके दूसरे दिन ही कारोबारी अपनी गाड़ी में गोली लगने से घायल मिले थे। बाद में 13 सितंबर को उनकी कानपुर रीजेंसी में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मामले में आरोपितों पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले में चार आरोपित जेल में हैं जबकि मुख्य आरोपित एसपी मणिलाल अभी भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इस मामले की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई कि 13 फरवरी की देर रात वकील मुकेश पाठक ने स्वयं को गोली मार कर आत्महत्या करने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें महोबा एसपी और सदर सीओ के आरोपितों से मिले होने की बात कही है। 

यह भी पढ़ें: महोबा में एक और कबरई कांड, इस बार अवैध वसूली की शिकायत करने वाले अधिवक्ता ने गोली मारकर दी जान

क्या कहती है पुलिस

एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ पहले ही पीडि़त पक्ष की तहरीर पर वसूली करने का मुकदमा आठ फरवरी को दर्ज किया गया था। उस मामले की विवेचना भी जारी है। 

सुसाइड नोट में लिखी ये बात 

मैं मुकेश पाठक, छत्रपाल चौधरी व उनके आदमियों द्वारा मेरे पुत्र से करीब 60 लाख रुपये ले लिया गया । मेरे पुत्र को मारा पीटा मेरे द्वारा शिकायत करने पर इनके द्वारा मुझे बराबर धारा 376 के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही थी। महोबा पुलिस एसपी व सीओ इनसे मिले हैं।  मुझे हत्या की धमकी दी जा रही है, मैं मजबूरी में आत्महत्या कर रहा हूं। जिसकी जिम्मेदारी छत्रपाल यादव आदि की होगी। मेरे ब'चों मेरी पत्नी मुझे क्षमा करना मैं आपकोबीच में छोड़कर जा रहा हूं। मेरे दोनों बड़े भाइयों को प्रणाम छोटे भाई रमेश को भी अलविदा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.