प्राविधिक शिक्षा निदेशालय को सौंपी गई दुष्कर्म के मामले की रिपोर्ट, झांसी पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य पर हो सकती है कार्रवाई
वार्डन और सुरक्षाकर्मी हो चुके निलंबित छात्रा संग हुए दुष्कर्म का मामला। ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान भी छात्र बेरोकटोक हॉस्टल में आते-जाते रहते थे। निर्देशों के बावजूद परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए। प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानाचार्य और अन्य अधिकारियों की लापरवाही मिली है।
कानपुर, जेएनएन। झांसी के राजकीय पॉलीटेक्निक में छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही पाई गई है। उन्होंने संस्थान में सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए थे और घटना के कई घंटे बाद उसकी जानकारी दी थी। कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब संदेह के घेरे में ले रहे हैं।
घटना के बाद प्राविधिक शिक्षा निदेशालय की ओर से गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट निदेशक को सौंप दी है। इसमें प्रधानाचार्य नवीन श्रीवास्तव, वार्डन अरविंद कुमार, सुरक्षाकर्मी उमेश की कमी बताई गई है। वार्डन और सुरक्षाकर्मी पहले ही निलंबित हो चुके हैं, जबकि प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशालय शासन को पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है। 11 अक्टूबर को पॉलीटेक्निक के हॉस्टल में छात्रा से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। कमेटी की जांच में छात्रावास की चाबी बाहर फास्ट फूड का ठेला लगाने वाले के पास मिलने की बात सामने आई। ये भी पता चला कि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान भी छात्र बेरोकटोक हॉस्टल में आते-जाते रहते थे। निर्देशों के बावजूद परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए। प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानाचार्य और अन्य अधिकारियों की लापरवाही मिली है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।