Kanpur Violence: सामने आई पुलिस की लापरवाही, चंद मिनट की दूरी तय करने में लगा आधा घंटा
दीपावली के दूसरे दिन परेवा की रात में जाजमऊ वाजिदपुर में चौकी के पास ही दो पक्षों के बीच पथराव होता रहा और पांच-सात मिनट की दूरी में सूचना के आधे घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंच सकी थी।
कानपुर, जेएनएन। वाजिदपुर में दो समुदायों के बीच पथराव की सूचना तत्काल ही कंट्रोल रूम को दी गई थी, लेकिन जाजमऊ चौकी की पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने में आधा घंटे लग गए। यह तब, जब चौकी और घटनास्थल की दूरी पांच से सात मिनट की है। आरोप है कि पुलिस के सामने ही हमलावर ईंट-पत्थर चलाते रहे, लेकिन वह मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही।
पीडि़त परिवार के मुताबिक घटना शाम करीब पौने सात बजे की है। पुलिस को सात बजे से पहले सूचना दे दी गई, लेकिन पहुंची करीब साढ़े सात बजे। अगर पुलिस समय से पहुंच जाती तो पथराव बंद हो जाता और ङ्क्षपटू का बचाया जा सकता था। बाद में थाने व सर्किल फोर्स का पहुंचने पर पुलिस ने ईंट-पत्थर चलाने वालों को खदेड़ा।
लंबे समय से चौकी पर तैनात हैं चौकी प्रभारी
जाजमऊ चौकी में तैनात दारोगा अनुराग सिंह काफी समय से चकेरी थाने में तैनात हैं। यहां की चकेरी चौकी, कोयला नगर चौकी में तैनात रह चुके हैं। करीब एक साल से जाजमऊ चौकी में तैनात हैं। अक्सर विवादों के घिरे रहने वाले दारोगा बीते नवंबर में लापता टेनरीकर्मी के मामले में एक किशोरी को उठा लाए थे। किशोरी से चौकी में मारपीट की थी। तत्कालीन एसएसपी अनंत देव ने लाइन हाजिर के आदेश किए थे, लेकिन सेङ्क्षटग के चलते दारोगा ने फिर से इसी चौकी पर पोस्टिंग करा ली। लंबे समय से यहां तैनात होने के बाद भी वह माहौल नहीं भांप सके और न कार्रवाई में तेजी ही दिखा सके।
ईंट और सरिया के वार से पिंटू की हत्या
पिंटू की हत्या ईंट और सरिया से वार करके की गई। इसकी पुष्टि सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सिर पर ईंट मारी गई। सरिया के वार से पिंटू की छह हड्डियां टूटीं। कोमा में जाने के कारण उसकी मौत हुई है। दाईं आंख के नीचे सरिया जैसी किसी नुकीली चीज घोंपने का निशान भी है। शरीर के अन्य हिस्सों पर पिटाई के दर्जनों निशाना मिले हैं।