Kanpur Lockdown के बीच जेल में कैदी और बंदियों से आइएमओ एप कराएगा घर वालों की मिलाई
जेल प्रशासन ने कैदियों व बंदियों से स्वजनों की मिलाई के लिए सोशल साइट का सहारा लिया है।
कानपुर, जागरण स्पेशल। कोरोना वायरस से बचाव और लॉकडाउन के बीच शहर की जेल में भी बंदियों और कैदियों से मिलाई के लिए हाईटेक इंतजाम किया गया है। इससे न तो कोराना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा और न ही लॉकडाउन के बीच किसी स्वजन को आवाजाही की परेशानी उठानी पड़ेगी। जेल प्रशासन ने मिलाई के लिए सोशल साइट का सहारा लिया है। इसके लिए कैदी या बंदी के स्वजन को एक एप डाउनलोड करना हाेगा और जेल प्रशासन के नंबर से जुड़ना होगा।
आइएमओ एप कराएगा बंदियों से मिलाई
कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन है, ऐसे में लोग दूसरे राज्यों और शहरों में रहने वाले अपनों से हाल चाल लेने के लिए मोबाइल फोन और सोशल साइट का सहारा ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जेल में मिलाई बंद हो जाने से कैदियों और बंदियों के स्वजन हाल न ले पाने से परेशान हो रहे हैं। ऐसे में जेल प्रशासन ने मिलाई के लिए तकनीक का सहारा लिया है। अगर आपका भी कोई स्वजन कानपुर की जेल में बंद है तो आप आइएमओ एप के जरिए उनसे वीडियो कॉल करके बातचीत कर सकते हैं।
जेल प्रशासन ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं । वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया की जेल में बंद कैदियों व बंदियों से उनके स्वजनों का मेल मिलाप एहतियात के तौर पर पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है। बंदियों व कैदियों की मनोदशा को देखते हुए जेल प्रशासन ने वीडियो कॉलिंग के जरिए बातचीत की कार्ययोजना तैयार की है।
अपनानी होगी यह प्रक्रिया
आपको गूगल प्ले स्टोर से आइएमओ एप डाउनलोड करना होगा, इसके एक मोबाइल फोन नंबर रजिस्टर करना होगा, जिसमें एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को डालने के बाद अगले चरण में मोबाइल स्क्रीन पर आपसे पूरा नाम लिखने को कहा जाएगा। यहां पर यह ध्यान रखना होगा कि इस स्थान पर अपना नाम न लिखकर मुलाकात करने वाले बंदी या कैदी का नाम लिखना होगा। इसके बाद 9454418259 नंबर अपने मोबाइल में सेव करना होगा। मोबाइल नंबर सेव करने के बाद इन्वाइट फ्रेंड आप्शन में जाकर इस नंबर पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजनी होगी। जैसे ही आप इस नंबर से कनेक्ट होंगे, जेल प्रशासन द्वारा आपका मोबाइल नंबर कैदी या बंदी के नाम से पंजीकृत कर लिया जाएगा।
इसके बाद जेल प्रशासन पंजीकृत नाम के आधार पर मोबाइल नंबर के लाइव स्टेटस के आधार पर प्राथ्रमिकता सूची से स्वजनों से वीडियो कांफ्रेसिंग कराएगा। ध्यान रहे यह है कि वीडियो कॉलिंग जेल प्रशासन करेगा, स्वजन की ओर से वीडियो कॉलिंग नहीं की जाए। अगर स्वजन की ओर से बार बार कॉलिंग जेल प्रशासन के पास पहुंची तो उस नंबर को ब्लाक कर दिया जाएगा।