संक्रमण काल में कानपुर के खेल मैदान रहे वीरान, खिलाड़ियों ने वर्चुअल माध्यम से दिखाई अपनी प्रतिभा
देशभर में सबकुछ थमने के बाद भी खिलाड़ियों ने तकनीक का सहारा लेकर आनलाइन माध्यम से कोच के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण हासिल किया। आनलाइन प्रशिक्षण और खिलाड़ियों की लगन का प्रतिफल कुछ दिनों बाद से शुरू हुई नेशनल व स्टेट स्तर पर हुई आनलाइन प्रतियोगिताओं में देखने को मिला।
कानपुर, जेएनएन। शहर में कोविड संकट के दौरान खेल गतिविधियों पर सन्नाटा देखने को जरूर मिला, परंतु खिलाड़ियों ने तकनीक का सहारा लेते हुए अभ्यास में निरंतरता बनाए रखी। जिसके कारण वे आगामी प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि संक्रमण के दौर में तकनीक खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित हुई।
देशभर में सबकुछ थमने के बाद भी खिलाड़ियों ने तकनीक का सहारा लेकर आनलाइन माध्यम से कोच के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण हासिल किया। आनलाइन प्रशिक्षण और खिलाड़ियों की लगन का प्रतिफल कुछ दिनों बाद से शुरू हुई नेशनल व स्टेट स्तर पर हुई आनलाइन प्रतियोगिताओं में देखने को मिला। जहां पर शहर के होनहारों जीत हासिल की। इस दौरान योग, शतरंज, क्रिकेट क्विज, ताइक्वांडो, कराटे, टेबल टेनिस, आर्चरी और शूटिंग की प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मंच हासिल किया। विशेष प्रकार के साफ्टवेयर की मदद से होने वाली इन प्रतियोगिताओं में शहर का नाम देश-दुनिया में चमका। खिलाड़ियों ने वीडियो कालिंग के जरिए कोच से तकनीक सीखकर दूरी को समाप्त किया।
हालांकि शहर के प्रमुख मैदान ग्रीनपार्क के अलावा कमला क्लब, कानपुर साउथ, रोवर्स, रामकली, सप्रु, रेलवे, पालिका, रतन लाल शर्मा, बृजेंद्र स्वरूप सहित दर्जनों मैदान खिलाड़ियों के सूनेपन के दौर से पहली बार गुजरे। यह पहला अवसर रहा जब कई दिनों तक खिलाड़ी मैदान में नहीं खेल सके। परंतु आनलाइन माध्यम से हुई प्रतियोगिताओं में शहर के खिलाड़ियों ने पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय फलक पर प्रतिभा का प्रदर्शन किया।