कानपुर एयरपोर्ट पर आइएलएस तैयार, कोहरे में भी होगी विमानों की लैंडिंग
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरपोर्ट के लिए नया आइएलएस स्वीकृत कर दिया था। फिलहाल पुराने आइएलएस को ही चालू किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के लिए स्पाइस जेट की हवाई उड़ान सेवा शुरू होने के बाद अहिरवां एयरपोर्ट को सुविधा संपन्न बनाने की कवायद भी रफ्तार पकड़ रही है। एयरपोर्ट पर पुराने आइएलएस (इंस्ट्रूमेंट्स लैंडिंग सिस्टम) को तैयार किया गया है, वहीं दूसरी ओर नया सिस्टम लगाने की भी कवायद जारी है। ठंड की दस्तक के बाद अब कोहरे में हवाई जहाज की लैंडिंग आसानी से हो सकेगी।
सर्दी ने दस्तक दे दी है, कोहरा के दौरान विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ कराने के लिए एयरपोर्ट पर तैयारी कर ली गई है। वैसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अहिरवां एयरपोर्ट के लिए नया आइएलएस स्वीकृत कर दिया था। लेकिन फिलहाल पुराने आइएलएस को ही चालू किया जाएगा। अहिरवां एयरपोर्ट के डायरेक्टर जमील खालिक सिस्टम के ठीक होने की जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इसी सप्ताह देंगे।
मंत्रालय से टीम आकर सिस्टम को देखेगी और फिर किसी विमान की सिस्टम के माध्यम से लैंडिंग कराकर जांच करेगी। यदि लैंडिंग या टेकआफ में कोई दिक्कत नहीं आती है तो एयर ट्रैफिक कंट्रोलर इसी सिस्टम के सहारे विमानों का संचालन करेंगे। बता दें कि अहिरवां एयरपोर्ट पर लगा आइएलएस सिस्टम कोलकाता एयरपोर्ट से वर्ष 2009 में लाया गया था और इस सिस्टम ने एक अगस्त 2010 में काम करना शुरू किया था। एयरपोर्ट डायरेक्टर जमील खालिक का कहना है कि सर्दी में कोहरा को देखते हुए आइएलएस सिस्टम ठीक हो गया है, परीक्षण के बाद जल्द ही इसी सिस्टम से विमानों की लैंडिंग और टेकआफ कराया जाएगा।