Move to Jagran APP

चरित्र को लेकर इंस्पेक्टर और दारोगा दोषी करार

- ग्वालटोली के अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक रहे अरुण कुमार एसीपी की जाच में दोषी करार

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 01:42 AM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 01:42 AM (IST)
चरित्र को लेकर इंस्पेक्टर और दारोगा दोषी करार
चरित्र को लेकर इंस्पेक्टर और दारोगा दोषी करार

जागरण संवाददाता, कानपुर : कमिश्नरेट पुलिस के एक इंस्पेक्टर और एक दारोगा को चरित्र के मामले में दोषी पाया गया है। दोनों ही शादीशुदा होने के बावजूद दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंधों में थे। दोनों ही प्रकरणों में एसीपी कर्नलगंज ने जाच की थी और उन्होंने दोनों को दोषी करार देते हुए विभागीय कार्रवाई की संस्तुति कर दी है।

prime article banner

महिला से पैसा भी ऐंठते रहे इंस्पेक्टर

पिछले दिनों ग्वालटोली थाने में तत्कालीन अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक रहे अरुण कुमार की एक महिला से मारपीट हो गई थी। महिला ने आरोप लगाया था कि इंस्पेक्टर ने उससे दूसरी शादी की थी और अब पीछा छुड़ा रहे हैं, क्योंकि उनके पाच अन्य महिलाओं से अवैध संबंध हैं। इसमें दोनों ओर से ग्वालटोली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं इंस्पेक्टर ने महिला से पहचान तो स्वीकार की थी, लेकिन उसे पत्नी मानने से इन्कार कर दिया था। पुलिस आयुक्त ने इंस्पेक्टर को निलंबित करके जाच एसीपी त्रिपुरारी पाडेय को दे दी थी। एसीपी ने बताया कि उन्होंने जाच पूरी कर रिपोर्ट भेज दी है। जाच में सामने आया है कि इंस्पेक्टर की पत्नी गाव में रहती है, जबकि वह छावनी थाना स्थित सरकारी आवास में उक्त महिला के साथ ही बरसों से रह रहे हैं। इंस्पेक्टर ने अपने बेटे के साथ महिला का व्यापार भी शुरू कर कराया था और महिला से करीब आठ लाख रुपये ऐंठ लिए।

दारोगा फरमा रहे थे इश्क

डेढ़ महीने पहले काकादेव थाने में दारोगा अनिल दुबे की थाने के ही एक सिपाही से मारपीट हो गई थी। मारपीट के पीछे दारोगा द्वारा सिपाही की रपट लिखना बताया गया। बात इतनी बढ़ गई थी दोनों ने एक दूसरे पर राइफल तान दी थी। दोनों पुलिसकर्मी निलंबित हैं। इस प्रकरण की जाच भी एसीपी कर्नलगंज कर रहे हैं। जाच में पाया कि रपट तो बहाना था, असल में दारोगा केप्रेम संबंध सिपाही की पत्नी से हो गए थे। इसकी जानकारी सिपाही को हुई तो वह आग बबूला हो गया। दारोगा ने सिपाही को सबक सिखाने की गरज से रपट दर्ज करा दी तो सिपाही को भी मारपीट का मौका मिल गया। जाच के दौरान एसीपी को एक आडियो भी मिला, जिसमें दारोगा महिला सिपाही से प्रेमालाप करते सुनाई पड़ रहे हैं। एसीपी त्रिपुरारी पाडेय ने बताया कि गंभीर मामला था, जिसमें दारोगा अनिल दुबे को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.