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बांदा: बेजुबानों को जिंदा दफनाने का मामला, लोगों का फूटा गुस्सा, सड़क पर लगाया जाम, जांच कमेटी गठित

सड़कों में घूम रहे बेसहारा मवेशियों को एमपी के जंगलों में जिंदा दफनाने से लोगों में आक्रोश है। भाजपा बजरंग दल विहिप सहित कई संगठनों के पदाधिकारी सड़क पर उतरे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। वहीं डीएम ने जांच कमेटी गठित कर दी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 12:56 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 12:56 PM (IST)
बांदा: बेजुबानों को जिंदा दफनाने का मामला, लोगों का फूटा गुस्सा, सड़क पर लगाया जाम, जांच कमेटी गठित
सड़क पर उतरे भाजपा, विहिप व अन्य संगठनों के पदाधिकारी।

बांदा, जागरण संवाददाता। सड़कों में घूम रहे बेसहारा मवेशियों को एमपी के जंगलों में जिंदा दफनाने से लोगों में आक्रोश है। भाजपा, बजरंग दल, विहिप सहित कई संगठनों के पदाधिकारी सड़क पर उतरे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। सड़क में आक्रोशित लोगों ने जाम लगा दिया। जिलाधिकारी ने प्राथमिक जांच कराने के बाद सीडीओ की अध्यक्षता में टीम गठित की है। तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से कई थानों को फोर्स भी धरना स्थल व जाम की जगह में तैनात है।

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नरैनी कस्बा में शनिवार को नगर पंचायत नरैनी की गोशाला में कई अधिकारियों की मौजूदगी में आठ ट्रको में गायों को भर कर सीमावर्ती मध्य प्रदेश की घाटियों में ले जाया गया। यहां पहाड़ी खेरा के सात किमी पहले उतार कर छोड़ दिया गया था। जेसीबी से बड़ी संख्या में गायों व बछड़ों को दफना दिया गया था। जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक राजकरण कबीर मध्य प्रदेश के जंगल में उसी स्थान पर पहुंचे, जहां बेसहारा गायों को छोड़ा गया था। विधायक ने बताया कि पहाड़ी खेडा(पन्ना)से सात किलोमीटर पहले पहाड़ में सड़क किनारे चरवाहों की मदद से करीब 50 गायों को जेसीबी मशीन से खोदकर दफनाया गया है। मिट्टी और पत्थर हटाकर देखने पर पता चला कि उनमें से कई गाय घायल और जीवित अवस्था में दफन की गई हैं। विधायक राजकरण कबीर ने बताया कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी गायों की निर्मम हत्या करने वाले स्थानीय अधिकारियों नगर पंचायत के अधिकारी व कर्मचारियों सभी दोषियों के विरुद्ध अपराधिक मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा। 

सीडीओ की अध्यक्षता में डीएम ने गठित की टीम: जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया कि नरैनी मंडी समिति में तीन खरीद केंद्र खोले गए हैं। यहां पशुओं की अधिकता से खरीद प्रभावित हो रही थी। इसलिए सड़कों से बेसहारा मवेशियों को लेकर गोशालाओं में संरक्षित कराया गया है। गुढ़ाकला की गौशाला में 26, नहरी में 25 ,मसौनी में 38 व रगौली भटपुरा वृहद गोशाला में 25 पशु संरक्षित कराए गए हैं। जीवित व घायल गायों को दफनाने के मामले की जांच कराई जा रही है। सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। तीन दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी। दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा।

कई संगठन ने दी चेतावनी: भाजपा, बजरंग दल व विहिप सहित कई अन्य संगठन के पदाधिकारियों में घटना को लेकर काफी उबाल है। मंगलवार को नरैनी कस्बे में संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य इकट्ठा हुए। धरना-प्रदर्शन करते हुए बेजुबानों के साथ क्रूरता करने वालों को जेल भेजने की मांग की है। बजरंग दल के गोसेवा सेवा प्रमुख सोनू करवरिया व विश्व हिंदू परिषद के तहसील गोरक्षक विनोद दीक्षित ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में बेसहारा गायों को ट्रकों में ठूंस कर भरा गया, जिससे कई बेसहारा पशुओं की मृत्यु हो गई।


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