नितिन गडकरी बोले- उद्योगों को दौड़ाने के लिए शोध व तकनीकी के क्षेत्र में होना चाहिए काम
फिक्की फ्लो की वर्चुअल राउंड टेबल चर्चा में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने बताईं योजनाएं।
कानपुर, जेएनएन। कोविड-19 ने काम करने के तरीके बदल दिए हैं। सीमित संसाधनों में छोटे उद्योग अच्छा काम कर रहे हैं। हालांकि खुद को स्थापित करने में इन्हें कई परेशानियां आ रही हैं, फिर भी अपनी क्षमता व क्रिएटिविटी के दम पर वह टिके हैं। अब इससे आगे बढ़कर काम करने की जरूरत है। देश में बनने वाले उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने और उद्योगों को दौड़ाने के लिए शोध व तकनीकी के क्षेत्र में काम होना चाहिए।यह बात शुक्रवार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने फिक्की फ्लो की वर्चुअल राउंड टेबल चर्चा में कही। कार्यक्रम का संचालन कानपुर चैप्टर की चेयरपर्सन डॉ. आरती गुप्ता ने किया।
नई सोच व क्षमता का भरपूर उपयोग करने की जरूरत
नितिन गडकरी ने कहा कि कौशल विकास हमारी क्षमता है। वाराणसी का सिल्क व देश की खादी की दुनिया भर में प्रसिद्धि इसका उदाहरण है। देश में प्रतिभावान व कुशल युवाओं की कोई कमी नहीं है। जरूरत है तो नई सोच व क्षमता का भरपूर उपयोग करने की। उन्होंने कहा कि महिला उद्यमिता को आगे बढ़ाने के लिए सरकार सामान्य वर्ग में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 25 फीसद, शहरी क्षेत्रों के लिए 15 फीसद, विशेष वर्ग के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 35 फीसद व शहरी क्षेत्र में 25 फीसद छूट दे रही है। इसके अलावा उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार का कृषि व ग्रामीण उद्योगों पर फोकस है। कार्यक्रम में फिक्की फ्लो की राष्ट्रीय अध्यक्ष जानबी फूकन, लुधियाना चैप्टर की अध्यक्ष मन्नत कोठारी, रितु लार्ड व डॉ. अमीता तिलक के अलावा फिक्की फ्लो के 17 चैप्टर के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।