Lockdown-4.0: कानपुर में घूमा उद्योग का पहिया, दस हजार से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों में काम शुरू
बाजार की जरूरत को पूरा करने के लिए दादा नगर पनकी फजलगंज व रूमा में औद्योगिक इकाइयां चालू हो गई हैं।
कानपुर, जेएनएन। दो माह बाद मिली छूट के बाद शहर में उद्योगों ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अपना पहिया घुमा दिया है। शहर में दस हजार औद्योगिक इकाइयों ने काम शुरू कर दिया है। केवल कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य सभी औद्योगिक इकाइयों में मशीनें धड़धड़ाने लगी हैं। बाजार से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए कपड़ा, रबर, स्टील, प्लास्टिक व चर्म समेत अन्य उद्योगों में काम में तेजी आ गई है।
बाजार खुलने के बाद दादा नगर, पनकी, फजलगंज व रूमा में स्थापित इकाइयों में काम की गति और बढ़ गई है। लाॅक डाउन के कारण शहर में बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को दोबारा शुरू के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगी है। कई उद्यमियों ने घोषणा पत्र देकर मशीनों की मरम्मत के बाद उत्पादन करना प्रारंभ कर दिया है। इन औद्योगिक इकाइयों में लाॅक डाउन के कारण काम बंद पड़ा होने के कारण उद्यमियों पर आर्थिक बोझ लगातार बढ़ता जा रहा था। लॉकडाउन 4 में उद्योगों को सशर्त संचालन करने की अनुमति दी गई है। इन क्षेत्रों में प्लास्टिक, स्टील, कपड़ा, कोरोगेटेड बाॅक्स व रोजमर्रा की चीजें समेत अन्य वस्तुओं की औद्योगिक इकाइयां संचालित हैं।
संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि कंटेनमेंट जोन से बाहर आने वाले सभी उद्योगों को चलाने की स्वीकृति दी गई है। उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के मानक पूरे करने होंगे। उद्योग विभाग समय समय पर औद्योगिक इकाइयों की जांच भी करेगा। आर्थिक स्थिति बेहतर करने व निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एहतियात के साथ औद्योगिक इकाइयां शुरू करने की अनुमति दी गई है। मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एम बोबडे ने बताया कि शासन के नए आदेश के क्रम में डीएम के साथ बैठक की जाएगी। उसके बाद अगर व्यवस्था में कोई परिवर्तन होता है तो उसे लागू करेंगे।