NCR GM ने भी अनवरगंज-मंधना रेल लाइन को माना कानपुर की बड़ी समस्या, बोले-बोर्ड कर रहा विचार
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने भी अनवरगंज मंधना रेल लाइन को शहर की सबसे बड़ी समस्या माना है। कहा मंधना से पनकी तक नई लाइन बिछाने पर रेलवे बोर्ड विचार कर रहा है। दिल्ली हावड़ा रूट पर बाउंड्रीवाल बनेगी और धीरे-धीरे सभी मेमू ट्रेनें शुरू होंगी।
कानपुर, जेएनएन। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार का कहना है कि अनवरगंज मंधना रेल लाइन को शहर की सबसे बड़ी समस्या है यह बात सही है लेकिन कासगंज से कानपुर के बीच की इस कनेक्टिविटी को खत्म नहीं कर सकते हैं। सर्वे रिपोर्ट में तीन विकल्प दिए गए थे जिन्हें बोर्ड भेज दिया गया है। इनमें जो विकल्प मुफीद होगा उस पर रेलवे बोर्ड की सहमति के बाद काम किया जाएगा।
शनिवार को उप मंडलीय रेलवे अस्पताल लोको में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि मंधना से पनकी तक नई लाइन बिछाने, मंधना से अनवरगंज तक एलीवेटेड ट्रैक बनाने अथवा मंधना से बिठूर के ब्रह्मावर्त स्टेशन होते हुए सफीपुर से रेल लाइन जोडऩे के विकल्प पर विचार चल रहा है। जल्द ही इस पर कोई न कोई परिणाम आ जाएगा।
रेलवे आय बढ़ाने के लिए व्यापार पर अधिक ध्यान दे रहा है। ऐसे में पनकी और सीपीसी माल गोदाम की समस्याओं पर महाप्रबंधक ने कहा कि सब कुछ हमारे संज्ञान में है। व्यापारियों के लिए सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं। समस्याओं के समाधान पर रेलवे तीव्र गति से काम कर रहा है। ट्रैक पर आवारा जानवरों से हर दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर महाप्रबंधक ने बताया कि यह रेल परिचालन की सबसे बड़ी समस्या है।इस पर रेलवे गंभीरता से विचार कर रहा है।दिल्ली हावड़ा रूट बाउंड्री से कवर होगा।इसमें ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है जहां दुर्घटनाएं ज्यादा हो रहीं हैं। वहां रूट को पहले बाउंड्री वाल से कवर्ड किया जाएगा। वार्ता के दौरान मंडल रेल प्रबंधक मोहित चंद्रा, डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय, एसीएम संतोष त्रिपाठी, स्टेशन अधीक्षक अनिल तिवारी, आरपीएफ इंस्पेक्टर पीके ओझा समेत रेलवे के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
धीरे-धीरे शुरू होंगी सभी मेमू ट्रेन
रेलवे 85 से 90 फीसद ट्रेनों का संचालन कर रहा है ऐसे में मेमू ट्रेनों की अनदेखी के सवाल पर महाप्रबंधक ने कहा कि कोविड के बाद से अब सब धीरे-धीरे शुरू हो रहा है।दैनिक यात्रियों की समस्याएं रेलवे के संज्ञान में है।सभी मेमू ट्रेनें धीरे-धीरे चलने लगेंगी।
250 एलपीएम क्षमता का आक्सीजन प्लांट शुरू
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने उप मंडलीय रेलवे अस्पताल लोको में आक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।यहां 250 लीटर प्रति मिनट क्षमता का आक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि प्लांट की क्षमता तीन हजार लीटर आक्सीजन की है।इतनी आक्सीजन का उत्पादन 15 मिनट में किया जा सकता है।आक्सीजन की शुद्धता 93 से 95 फीसद तक है।प्लांट आधुनिक तकनीक युक्त है जिसमें डिस्प्ले पर आक्सीजन की शुद्धता और आक्सीजन प्रवाह को आसानी से देखा जा सकेगा।
सेंट्रल को विश्वस्तरीय बनाने के लिए योजना बनायी है
महाप्रबंधक ने बताया कि सेंट्रल स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए वृहद योजना बनायी गई है।इसमें सिटी साइड में मल्टी स्टोरी बिङ्क्षल्डग के साथ ही जनरल टिकट काउंटर, खानपान और ठहरने की व्यवस्था होगी।इसके साथ ही सीधे प्लेटफार्म पर यात्री सीधे पहुंच सकेंगे।आधुनिक पार्किंग की योजना भी बनी है।
कर्मचारी नेताओं ने 16 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा
सेंट्रल स्टेशन पर एनसीआरइएस के पदाधिकारियों ने महाप्रबंधक से मुलाकात की और उन्हें रेलवे कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए 16 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। एनसीआरइएस के मंडल अध्यक्ष मान ङ्क्षसह और शाखा सचिव आरएनपी ङ्क्षसह ने उन्हें अस्पताल में इलाज की समस्या, रेलवे कालोनियों की दुर्दशा, खाली पदों पर भर्ती, पुरानी पेंशन स्कीम समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।इस मौके पर सिराज अहमद, संतोष कुमार यादव, राजेंद्र कुमार, कृपाशंकर मिश्रा, विक्रम ङ्क्षसह, प्रभात कुमार, भारत भूषण मिश्रा, समीर खान समेत अन्य कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।