इटावा: डीएफसी ट्रैक पर हुआ पहला रेल हादसा, मालगाड़ी के 17 डिब्बे पलटे, लोहे के गार्डर ले जा रही थी ट्रेन
मालगाड़ी को राजपुर गांव के पास फाटक संख्या 37 पर खड़ा करा दिया गया। मौके पर फ्रेट कारीडोर के अधिकारी भी पहुंच गये हैं। सूचना पाकर थानाध्यक्ष अमर पाल सिंह मौके पर पहुंच गये। घटना के कारण का अभी पता नहीं चल सका था।
इटावा, जेएनएन। भाऊपुर से खुर्जा सेक्शन के फ्रेट कारिडोर रेल मार्ग पर जसवंतनगर व बलरई के बीच सोमवार को शाम करीब छह बजे मालगाड़ी के 17 डिब्बे पलट गये। हादसे के बाद मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई और आगे का हिस्सा राजपुर गांव के पास फाटक संख्या 37 पर जाकर रुका। यह हादसा डाउन लाइन पर हुआ। घटना के बाद रेलमार्ग ठप हो गया और पीछे आ रही मालगाडिय़ों को रोक दिया गया। हादसा जिस जगह हुआ वहां से इटावा कह दूरी करीब 25 किमी है। घटना का कारण फ्रेट कारिडोर के किसी अधिकारी के मौके पर न होने के कारण मालूम नहीं चल सका। लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि मालगाड़ी में आवाज आ रही थी और लोहे का गार्डर मालगाड़ी के डिब्बे में फंस गया था जिसके कारण डिब्बे पलट गए।
दुर्घटना से हुआ काफी नुकसान: डाउन लाइन पर यह मालगाड़ी जा रही थी। मालगाड़ी में लोहे के गार्डर लदे हुए थे। तभी अचानक तेज आवाज हुई और मालगाड़ी के डिब्बे एक के ऊपर एक चढ़ गए और ग्राम भारद्वाजपुर के पास पोल संख्या 651/32 पर पलट गए। उक्त हादसे से डाउन लाइन की करीब आधा किमी पटरी उखड़ गई। दुर्घटना होने पर मौके पर ग्राम भारद्वाजपुर के ग्रामीण पहुंच गए। ओएचई लाइन के तारों को भी नुकसान पहुंचा है। 08 डिब्बों को भारी नुकसान पहुंचा है। जबकि 09 पलटे हैं। करीब एक दर्जन खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मालगाड़ी में करीब 24 डिब्बे बताए गए हैं। हालांकि अप लाइन पूरी तरह सुरक्षित है। सूचना मिलने पर एसडीएम नंदराम मौर्या, सीओ राजीव प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और गार्ड पीके मीना से जानकारी प्राप्त की। गार्ड ने घटना कैसे हुई इस पर अनभिज्ञता जताई।
इनका ये है कहना: एसडीएम ने बताया कि कोई जनहानि नहीं हुई है। मालगाड़ी के 08 डिब्बों को नुकसान पहुंचा है। शेष 09 डिब्बे पलटे हैं। घटना कैसे हुई यह जांच का विषय है। फ्रेट कारिडोर के अधिकारियों को बता दिया गया है। मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कुछ मीटर की दूरी पर था दिल्ली-हावड़ा ट्रैक: जहां पर घटना हुई वहां से कुछ मीटर की दूरी पर दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग था। बताया गया है कि दोनों रेल मार्ग दो से तीन मीटर के फांसले पर समानांतर चल रहे थे। गनीमत यह रही कि मालगाड़ी के डिब्बे दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर नहीं गए अन्यथा उस ट्रैक पर भी नुकसान हो सकता था। रेलवे ने दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर ड्राइवरों को अलर्ट कर दिया था। इटावा के स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना ने बताया कि दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर कोई समस्या नहीं है। किसी भी ट्रेन को रोका नहीं गया है। ट्रैक सुचारु रूप से चल रहा है।
आधा दर्जन मालगाडिय़ों को रोका गया: दुर्घटना के बाद फ्रेट कारिडोर पर करीब आधा दर्जन मालगाडिय़ों को पीछे के स्टेशनों पर रोक दिया गया है। मालगाडिय़ों को बलरई, भदान, शिकोहाबाद स्टेशनों पर रोका गया है।