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कानपुर देहात में रेल हादसा टला, गाय टकराने से झटके के साथ खड़ी हुई हाईस्पीड वंदेभारत एक्सप्रेस

नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर झींझक स्टेशन पर वंदेभारत एक्सप्रेस को रोका गया और इंजन की जांच और गाय के अवशेष हटाने के बाद वाराणसी के लिए रवाना किया गया। करीब बीस मिनट तक रेल यातायात प्रभावित रहा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 08 Aug 2021 01:52 PM (IST)Updated: Sun, 08 Aug 2021 05:42 PM (IST)
नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर झींझक में ट्रेन खड़ी रही।

कानपुर देहात, जेएनएन। नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर रविवार पूर्वाह्न बड़ा रेल हादसा टल गया। झींझक स्टेशन के पास ट्रैक पर आई गाय टकराने से हाईस्पीड वंदेभारत एक्सप्रेस झटका देकर अचानक रुक गई। इससे ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल गन गया, वहीं इंजन में गाय के अवशेष निकालने और जांच के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान करीब 20 मिनट तक ट्रेन झींझक स्टेशन पर खड़ी रही और रेल यातायात प्रभावित रहा। रेलवे स्टाफ द्वारा इंजन साफ किए जाने के बाद ट्रेन को वाराणसी के रवाना हुई।

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दिल्ली से वाराणसी की डाउन हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस रविवार को पूर्वाह्न झींझक स्टेशन के पास से गुजर रही थी। अक्षयवट आश्रम के पास रेलवे ट्रैक पर कुछ गाय आ गईं। चालक ने हार्न बजाया लेकिन एक गाय ट्रैक से नहीं हटी और तेज रफ्तार इंजन से टकरा गई। ट्रेन से टकराकर गाय के चीथड़े उड़ गए और अवशेष इंजन में फंस गए। इससे तेज झटका लगने के साथ वंदेभारत एक्सप्रेस रुक गई। बाद में चालक ने धीरे से ट्रेन को पास ही झींझक रेलवे स्टेशन पर ले जाकर खड़ा किया और स्टेशन पर हादसे की सूचना दी।

स्टेशन पर ट्रेन में सवार टीएक्सआर स्टाफ उतरा और इंजन में फंसे गाय के अवशेषों को हटाया। इस दौरान करीब 20 मिनट तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही। इंजन की पूरी तरह जांच करने के बाद स्टॉफ ने ट्रेन की रवानगी की अनुमति दी। इसके बाद ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना हुई। इससे पहले भी वंदेभारत एक्सप्रेस से यहां पर कई बार मवेशी टकरा चुके हैं। यातायात निरीक्षक फफूंद बीके मीणा ने बताया कि 9.29 से 9.49 तक ट्रेन को रोका गया था। स्टाफ ने इंजन की जांच के बाद ट्रेन को रवाना कराया।

पहले भी दो बार टकराए मवेशी

लोगों की मानें तो हाईस्पीड ट्रेन से पहले भी दो बार मवेशी टकरा चुके हैं, इससे बड़े रेल हादसे का खतरा बना रहता है। तेज रफ्तार ट्रेन से मवेशी टकराने पर इंजन के डीरेल होने की आशंका रहती है। गनीमत रही कि सुबह चालक के सतर्क रहने से ट्रेन हादसा टल गया। कई बार ट्रैक पर मवेशियों के घूमने को लेकर स्टेशन पर सूचना दी जा चुकी है। आरपीएफ भी लगातार ग्रामीणों को ट्रैक पर मवेशी न लाने के लिए जागरूक करता रहता है।


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