Indian Railway News: स्टेशन पर एक घंटा पहले प्रवेश कर सकेंगे यात्री, तीस से बंद हो रहीं त्योहार स्पेशल ट्रेनें
दीपावली और छठ पर्व को देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने 32 जोड़ी ट्रेनों का संचालन शुरू कराया था। अब इनके बंद होने से वेंडरों को नुकसान होगा ही वहीं रेलवे की आय पर भी असर पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर पहले आने यात्रियों को लगेज सैनिटाइज कराने का समय मिलेगा।
कानपुर, जेएनएन। रेलवे ने एक ओर यात्रियों को स्टेशन पर एक घंटे पहले आने की छूट दे दी है तो तीस नंवबर से त्योहार स्पेशल ट्रेनें बंद करने जा रहा है। यात्रियों को सुविधा को देखते हुए रेलवे ने पहले स्टेशन आने का नियम बनाया है ताकि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और लगेज सैनिटाइज किया जा सके।
सामान सैनिटाइज कराने में रहता था ट्रेन छूटने का डर
रेल यात्री अब टे्रन चलने से एक घंटे पूर्व स्टेशन पर आ सकते हैैं। रेलवे ने इसकी अनुमति दे दी है। एक घंटा पहले आने से यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ उनके लगेज को सैनिटाइज करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। कामाख्या स्पेशल ट्रेन से दिल्ली जा रहे राजवीर ने बताया कि वह डेढ़ घंटे पहले सेंट्रल स्टेशन पर आ गये थे।
ऐसा करने के पीछे कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि सामान को सैनिटाइज करने व टिकट लेने के लिए लंबी लाइन में इंतजार करने से ट्रेन के छूटने का भय रहता है। डिप्टी सीटीएम हिमांशु कुमार उपाध्याय ने बताया कि एक घंटा पहले प्रवेश का नियम यात्रियों की सुविधा को देखते हुए लागू किया गया है ताकि जांच के साथ ही यात्री समय रहते ट्रेन पकड़ सकें।
त्योहार स्पेशल ट्रेनें बंद होने से खड़ा होगा रोजी का संकट
दीपावली व छठ पर्व को देखते हुए रेलवे 28 से 30 नवंबर तक देश भर में 108 जोड़ी त्योहार स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इसमें 32 जोड़ी ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे से होकर चलाई जा रहीं हैैं। 30 नवंबर के बाद इन ट्रेनों को बंद कर दिया जाएगा। इससे एक बार फिर ट्रेनों के परिचालन से जुड़ी हजारों लोगों की रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो जाएगा। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म पर काम करने वाले वेंडर अजय बताते हैं कि ट्रेनें बंद होने से पेट भरने के लाले पड़ जाएंगे।
स्टाल मालिक अनवार खान बताते हैंं कि 32 जोड़ी ट्रेनें बंद होने पर स्टाल का किराया देना मुश्किल हो जाएगा। इससे रेलवे को मिल रही आय भी कम हो जाएगी और यात्रियों के लिए भी संचार के साधनों की उपलब्धता घटेगी। अब रेलवे अधिकारियों का कहना है कि एक बार पुन: टे्रनों की संख्या बढ़ाई जा सकती हैैं। इस बारे में प्रयागराज जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय का कहना है कि ट्रेनों के बंद होने से कम होने वाली आय के बारे में उच्चाधिकारियों को जानकारी है। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए ही निर्णय लिया जाएगा।