Coronavirus Kanpur News: कागजों में ही न रह जाए सरकार का फरमान, स्टेशन पर सभी यात्रियों की जांच फंसी
रेलवे अधिकारियों का मानना है कि कानपुर रेलवे स्टेशन पर रोजाना चालीस हजार से ज्यादा यात्रियों का आना रहता है इतनी बड़ी संख्या में कोविड जांच संभव नहीं है। यात्रा के लिए कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता कर दी जानी चाहिए।
कानपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार ने निर्देश जारी किया है कि रेलवे स्टेशन पर आने वाले एक-एक यात्री की कोविड जांच की जाए। दो से तीन हजार यात्री संख्या वाले छोटे स्टेशनों पर तो यह संभव है, कानपुर सेंट्रल जैसे बड़े स्टेशन पर समस्या है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यहां प्रतिदिन 40 हजार यात्री आते हैं। एक व्यक्ति की जांच में 30 सेकेंड लगते हैं। ऐसे में सभी यात्रियों की जांच के लिए 24 घंटे भी कम पड़ जाएंगे। जब एक साथ कई टीमें काम करें, तभी यह संभव होगा। ऐसे में सरकार को यात्रा के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर देनी चाहिए।
लगानी होंगी, 12 टीमें, हर दिन चाहिए होंगी 20 हजार किट
सेंट्रल स्टेशन पर अभी स्वास्थ्य विभाग की दो टीमें चार-चार घंटे एंटीजन टेस्ट कर रही हैं। प्रत्येक टीम को महज 150 किट ही दी जा रही हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक शत प्रतिशत जांच के लिए कम से कम 12 टीमें लगानी होंगी। हर दिन 20 हजार किट की जरूरत होगी।
क्या कहना है इनका
- सेंट्रल स्टेशन पर प्रत्येक व्यक्ति की जांच होना संभव नहीं है। यात्रियों को रोककर जांच की तो अव्यवस्था हो जाएगी। इसलिए यात्रा से पहले कोविड रिपोर्ट अनिवार्य कर देनी चाहिए। -बनवारी लाल, सचिव एनसीआरएमयू
- 24 घंटे में 20 हजार किट की जरूरत होगी। रेलवे के लिए अकेले इतनी किट की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग एक दो दिन कर भी दे तो हर दिन कैसे करेगा। एयरपोर्ट की तरह रेलवे में भी कोविड रिपोर्ट के साथ यात्रा की अनुमति देनी चाहिए। -विक्रम यादव, शाखामंत्री एनसीआरएमयू