आइआइटी कानपुर के पूर्व प्रोफेसर एचसी वर्मा से राष्ट्रपति बोले- अरे वाह, आप भी कानपुर से हैं...
प्रो. एचसी वर्मा ने भौतिकी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए और अब राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री का सम्मान मिलने पर छात्रों और शिक्षकों ने बधाई दी है। आइआइटी कानपुर के निदेशक ने कहा है कि प्रो. वर्मा के सभी कार्य सराहनीय हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। अरे वाह, आप भी कानपुर से हैं। आपको बहुत बधाई। इन शब्दों के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने आइआइटी कानपुर के भौतिकी विभाग से सेवानिवृत्त प्रो.एचसी वर्मा को पद्मश्री से सम्मानित किया। प्रो.वर्मा ने बताया कि राष्ट्रपति से सम्मान लेने के दौरान महज कुछ देर के लिए ही बात हुई। उन्होंने राष्ट्रपति से जैसे ही कहा कि वह भी कानपुर से हैं तो उनके चेहरे पर खुशी छा गई।
प्रो.वर्मा को पद्मश्री सम्मान मिलने की जानकारी पाकर उनसे जुड़े तमाम छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर उन्हें बधाई दी। आइआइटी कानपुर के निदेशक प्रो.अभय करंदीकर ने कहा कि प्रो.एचसी वर्मा ने भौतिकी के क्षेत्र में जो काम किए, जरूरतमंद ब'चों को शिक्षा मुहैया कराई, सभी कार्य सराहनीय हैं। उन्हें पद्मश्री सम्मान मिलना संस्थान के लिए गौरव की बात है।
अशोक साहू और डा. ऊषा यादव को भी सम्मान
लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने की कला सिखा रहे धम्म कल्याण कानपुर अंतरराष्ट्रीय विपश्यना साधना केंद्र ड्योढ़ी घाट के संचालक अशोक साहू और साहित्यकार डा. ऊषा यादव को मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया। उन्हें 2021 में इस सम्मान के लिए चुना गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण समारोह न हो पाने से सम्मान नहीं दिया जा सका था। डा. ऊषा यादव का बचपन यहीं बीता और यहीं उन्होंने छत्रपति शाहू ही महाराज विवि से पीएचडी की। अब वह आगरा में रह रही हैं।
कानपुर में इन्हें भी मिल चुका पद्मश्री
- श्यामलाल गुप्त पार्षद : 1973
- डा. श्याम नारायण पांडेय : 2004
- गिरिराज किशोर : 2007
- इरशाद मिर्जा : 2010
- प्रो. मणींद्र अग्रवाल : 2013
- प्रो. एचसी वर्मा : 2020