मक्का के मीना और अराफात में लहराएगा तिरंगा
सऊदी स्थित मक्का के मीना और अराफात के मैदान में भी तिरंगा लहराएगा ताकि अगर कोई खो जाए तो तिरंगा देखकर वापस कैंप में आ सके।
जागरण संवाददाता, कानपुर : सऊदी स्थित मक्का के मीना और अराफात के मैदान में भी तिरंगा लहराएगा। इसके पीछे उद्देश्य ये है कि यदि कोई हज आजमीन लाखों की भीड़ में खो जाए तो दूर से ही उसे तिरंगा दिख जाए और वह अपने खेमे तक पहुंच जाए। हाजी हजरात की मदद के लिए सरकार द्वारा भेजे जाने वाले खुद्दाम की जैकेट में भी तिरंगा होगा।
रविवार को तंजीम खुद्दाम हज कमेटी द्वारा अकबर आजम हाल रजबी रोड पर हज आजमीन के लिए प्रशिक्षण शिविर लगा। इसमें उन्नाव, फतेहपुर, कानपुर देहात, इटावा, हमीरपुर, घाटमपुर समेत कई जिलों व कस्बों के आजमीन ने शिरकत की। अध्यक्षता शहरकाजी मौलाना आलम रजा खां नूरी ने की। राज्य हज कमेटी के मुख्य प्रशिक्षक हाजी शारिक अलवी ने बताया कि 23 किलो के दो सूटकेस, 10 किलो का एक हैंडबैग लेकर आजमीन जा सकते हैं। दुनियाभर के मुसलमान मीना और अराफात के मैदान में इकट्ठा होंगे, हाजी खो जाएं तो ऐसे लोग मीना और अराफात में ऊंचाई पर लहरा रहे तिरंगे को देखकर भारतीय दूतावास के कैंप में जा सकेंगे। वहां मौजूद खुद्दाम हाजी को उनके कैंप तक पहुंचा देंगे।
उन्होंने बताया कि सऊदी एयरलाइंस की फ्लाइट में 8-10 फिट की जगह नमाज पढ़ने के लिए दी गई है। मदीना में 8 दिन रुकना है। एक कमरे में 5-6 लोगों को ठहराया जाएगा। कमरे में खाना बनाने की इजाजत नहीं है। संयोजक हाजी नईमुद्दीन सिद्दीकी ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
एक बार सरकार देगी सिलेंडर
अजीजिया श्रेणी के हाजी को हरम शरीफ (खान-ए-काबा) से 6 से 7 किमी दूर ठहराया जाएगा। ये लोग खाना बना सकेंगे। सऊदी सरकार एक बार भरा हुआ गैस सिलेंडर दे देगी, उसके बाद हाजी हजरात को खुद अपने पैसे से भरवाना होगा।
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मस्जिद-ए-नबवी में विशेष दरवाजे
मदीना शरीफ में मस्जिद-ए-नबवी में महिलाओं के प्रवेश के लिए विशेष दरवाजे हैं। महिलाओं को मस्जिद में गेट नंबर 13,14,15,25,26,27 और 28 से जाना होगा।