Leather Industry में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट, वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट में सामने आए हालात
चर्म निर्यात परिषद कानपुर ने वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट पर औद्योगिक इकाइयों की वर्तमान स्थिति बताई है इसमें चर्म उत्पाद निर्यात को तीन हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने की जानकारी दी गई है। इससे उबरने में एक वर्ष से ज्यादा समय लग जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते शहर का चर्म उत्पाद उद्योग बदहाली के दौर से गुजर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय ने आठ महीने की जो रिपोर्ट जारी की है, उससे जाहिर है कि घरेलू व अंतरराष्ट्रीय निर्यात को तगड़ा झटका लगा है। चर्म निर्यात परिषद के रीजनल चेयरमैन जावेद इकबाल के मुताबिक अक्टूबर में निर्यात में 16.67 फीसद की कमी दर्ज की गई जबकि अप्रैल से अक्टूबर तक 37.99 फीसद निर्यात प्रभावित हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शहर की चर्म औद्योगिक इकाइयों को तीन हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।
शहर में बनने वाले चर्म उत्पादों की इटली, जर्मनी, चीन, वियतनाम व अमेरिका में मांग है, जहां सेमी फिनिश लेदर की सर्वाधिक खपत है। इसका सबसे बड़ा इस्तेमाल फैशन शू बनाने में होता है, जैकेट व कोट भी बनाए जाते हैं। विदेश में चर्म उत्पाद बनाने वाले उद्यमियों में इसकी खूब मांग है। इसके अलावा दूसरे देशों में शहर में निर्मित पर्स, बेल्ट, जूते व जैकेट समेत अन्य उत्पाद निर्यात किए जाते हैं।
जावेद इकबाल ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट में यह बताया गया कि पिछले वर्ष अक्टूबर में 384.97 मिलियन यूएस डॉलर का निर्यात था जो कि 2020 में घटकर 320.78 यूएस डॉलर पर पहुंच गया। पिछले वर्ष अप्रैल से अक्टूबर तक 2808.88 मिलियन यूएस डॉलर का निर्यात हुआ था जबकि इस वर्ष यह घटकर 1741.72 मिलियन यूएस डॉलर रह गया। पहली बार इस उद्योग में इतनी गिरावट आई है। इससे उबरने में एक वर्ष से ज्यादा समय लग जाएगा। स्थिति नहीं सुधरी है, 25 से 30 फीसद अभी भी गिरावट आयात निर्यात सलाहकार जफर फिरोज ने बताया कि चर्म निर्यात परिषद की जारी रिपोर्ट में साफ हो गया कि शहर में संचालित 800 से अधिक चर्म इकाइयों में ज्यादातर अभी भी 25 से 30 फीसद तक नुकसान में चल रही हैं।
चर्म उद्योग से जुड़ी कुछ खास बातें
- -शहर में बनने वाले उत्पादों का सालाना अंतरराष्ट्रीय निर्यात आठ हजार करोड़ रुपये।
- -देशभर में भी यहां के उत्पाद की जबरदस्त मांग है। घरेलू निर्यात 30 हजार करोड़ रुपये का है।
- -फिनिश लेदर, लेदर फुटवियर, लेदर शू अपर, सैडलरी, बेल्ट, पर्स, लेडीज बैग, लेदर गारमेंट बनता है।
- -लेदर सेफ्टी फुटवियर व फिनिश लेदर की यूएस, रूस, जर्मनी, इटली, फ्रांस, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड व ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त मांग है।
- -तेलशोधक कारखानों में सुरक्षा के लिहाज से सऊदी अरब, दुबई, ओमान, कुवैत, कतर में भी सेफ्टी शू की मांग है।
- -शहर में 250 टेनरियां हैं जबकि 450 ऐसी औद्योगिक इकाइयां हैं जो चर्म उत्पाद भी बनाती हैं। इसके अलावा छोटी-छोटी भी इकाइयां हैं।