Budget 2021 - क्रय शक्ति बढऩे से बाजारों में तेजी से लौटेगी रौनक
आम बजट को लेकर व्यापारियों का कहना है कि क्रय शक्ति बढऩे से बाजारों में रौनक लौटेगी। जिसका सीधा लाभ व्यापारी के साथ ही आम लोगों को भी होगा। व्यापारियों का कहना है कि नए फैंसले के बाद सोना- चांदी की तस्करी भी रुकेगी
कानपुर, जेएनएन। बजट को लेकर व्यापारिक जगत में खासा उत्साह है। कारोबारियों का मानना है कि सरकार ने सीधे लाभ या कोई पैकेज देने की जगह रोजगार सृजन पर ध्यान दिया, जिसका सीधा लाभ बाजार को ही मिलेगा। कोरोना से उबर रहे बाजार को इस तरह के बजट की बहुत जरूरत थी। इसके साथ ही आयकर में भी कारोबारियों को राहत दी गई है। इनका लाभ भी व्यापारी को कारोबार में मिलेगा।
बजट से उत्साहित व्यापारियों के मुताबिक यह बजट लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाएगा। जितना ज्यादा सरकारी खर्च बढ़ेगा, उतना ही ज्यादा रोजगार बढ़ेगा। लोगों के हाथ में धन होगा तो बाजार में खरीदारों की भीड़ बढ़ेगी। उत्पादों की मांग बढ़ेगी, तो उत्पादन भी बढ़ेगा। उत्पादन बढ़ेगा तो फिर रोजगार बढ़ेंगे। इससे बाजार वापस अपने स्वरूप में आ जाएंगे।
उद्यमियों ने की बजट पर चर्चा, बोले औसत से ऊपर रहा
आम बजट ने सभी को प्रभावित किया, लेकिन इसका सबसे ज्यादा व सीधा प्रभाव उद्यमियों पर पड़ा है। बजट देखने व उस पर चर्चा करने के लिए इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) में उद्यमियों का तांता लगा रहा। सोमवार को आइआइए भवन में बजट सत्र समाप्त होने के बाद उस पर खूब चर्चा हुई। बजट चर्चा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने इसे आम बजट की तरह आम बताया। उन्होंने कहा कि बजट में उद्यमियों को सीधे तौर पर कोई लाभ नहीं मिला है। एमएसएमई के लिए 15 हजार सात सौ करोड़ का बजट पिछले वर्ष की तुलना में अधिक जरूर है। लेकिन, किन मदों में यह खर्च किया जाना है, इसकी तस्वीर स्पष्ट होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी सेठ ने कहा कि प्रत्यक्ष कर अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तरूण खेत्रपाल ने बजट को सामान्य बताते हुए कहा कि डिफेंस, मेडिकल व रेलवे में सरकार ने अच्छा बजट आवंटित किया है। इस मौके पर एसोसिएशन के चैप्टर अध्यक्ष जय हेमरजानी, मंडलाध्यक्ष आलोक अग्रवाल, महामंत्री दिनेश बरसिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी सेठ, संजय जैन, नवीन खन्ना, मनीष गुप्ता, टीसी कुरेले, विकास अग्रवाल, सुरेश गुरनानी, प्रकाश कनौडिया, संजय जैन, राधे पावा व विक्रांत अग्रवाल, समेत अन्य उद्यमी मौजूद रहे।
बजट में वित्त मंत्री ने जीएसटी में सरलीकरण का वादा किया है। इसकी मांग हमारे संगठन ने की थी जो पूरी हो गई। इसके साथ ही पांच करोड़ रुपये से ऊपर के मामले में होने वाले सर्वे को अब 10 करोड़ कर दिया गया है।
श्याम बिहारी मिश्रा, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल।
सरकार ने सराफा बाजार के क्षेत्र में कस्टम ड्यूटी कम करने की पहल की है। यह अपने आप में बड़ा और सराहनीय कदम है। इसकी बहुत जरूरत थी। इससे तस्करी कम होगी।
महेश चंद्र जैन, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन।
योजनाओं में सरकारी खर्च बढ?े से काम की रफ्तार बढ़ेगी। इससे सीमेंट और सरिया की खपत बढ़ेगी। उत्पादन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निखलेश दुबे, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश सीमेंट डीलर एसोसिएशन।
जिस तरह से बजट में सरकारी खर्च को बढ़ाने की योजनाएं बनाई गई हैं उससे लोगों को रोजगार मिलेगा। इसका सीधा लाभ बाजार को मिलने जा रहा है।
काशी प्रसाद शर्मा, पूर्व अध्यक्ष, कानपुर कपड़ा कमेटी।