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सतीश महाना के जरिए बढ़ी बात, रिमझिम इस्पात ने सरकार को सौंपा 400 टन के ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव

हवा से ऑक्सीजन को सेपरेट कर इसे बनाया जाता है। बिजली की दर बढऩे की वजह से इस योजना को वहीं रोक दिया था। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले देख 17 अप्रैल से अपने स्टील प्लांट का काम कम कर इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की जगह मेडिकल ऑक्सीजन बनाना शुरू किया।

By Akash DwivediEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 08:08 AM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 01:37 PM (IST)
सतीश महाना के जरिए बढ़ी बात, रिमझिम इस्पात ने सरकार को सौंपा 400 टन के ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के जरिए यह प्रस्ताव बढ़ाया गया

कानपुर, जेएनएन। ऑक्सीजन की जबरदस्त किल्लत के बीच रिमझिम इस्पात ने प्रदेश सरकार को 400 टन ऑक्सीजन रोज बनाने का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को सौंपा है। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के जरिए यह प्रस्ताव बढ़ाया गया है। हमीरपुर के भरुआ सुमेरपुर में प्रस्तावित इस प्लांट की लागत 100 करोड़ रुपये होगी। रिमझिम इस्पात के निदेशक रोहित अग्रवाल के मुताबिक पिछले वर्ष जब कोरोना की शुरुआत हुई थी तो उनकी कंपनी ने हमीरपुर में 400 टन ऑक्सीजन का प्लांट लगाने की योजना बनाई थी। इस योजना पर आगे कुछ किया जाता, उसी बीच बिजली की दरें 1.5 रुपये प्रति यूनिट बढ़ गईं। ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह बिजली पर आधारित होता है और उसे निर्बाध और रियायती दर पर बिजली की जरूरत होती है।

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ऑक्सीजन का रॉ मैटेरियल केवल बिजली होती है।

हवा से ऑक्सीजन को सेपरेट कर इसे बनाया जाता है। बिजली की दर बढऩे की वजह से इस योजना को वहीं रोक दिया था। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले देख 17 अप्रैल से अपने स्टील प्लांट का काम कम कर इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की जगह मेडिकल ऑक्सीजन बनाना शुरू किया। लोगों को एक रुपये में सिलिंडर देने लगे। 24 अप्रैल को औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना हमीरपुर प्लांट का निरीक्षण करने आए तो उन्होंने 400 टन रोज ऑक्सीजन बनाने का प्रस्ताव उन्हेंं दिया है।

कानपुर निवासी रोहित अग्रवाल के मुताबिक इस प्लांट के लिए कंपनी 100 करोड़ रुपये लगाने को तैयार है। इसके साथ ही बुंदेलखंड क्षेत्र में 220 केवी का बिजलीघर भी मांगा है। इससे बुंदेलखंड का भी विकास होगा। जब प्लांट लगेगा तो उससे जुड़ी तमाम चीजों से रोजगार भी बढ़ेंगे। स्वीकृति मिल जाए तो इसे छह माह में शुरू कर सकते हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा में चार से पांच रुपये बिजली की दर है। इसलिए वहां स्टील के प्लांट ज्यादा हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश बोकारो और राउरकेला से ऑक्सीजन क्यों लेगा जब यहीं 400 टन का प्लांट लग जाएगा। इससे प्रदेश के बड़े हिस्से को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी।

इनका ये है कहना

  • रिमझिम इस्पात ने 400 टन के ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव दिया है। इस पर सरकार विचार कर रही है।

                                                               सतीश महाना, औद्योगिक विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार  


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