क्लोनिंग ने खोले 50 करोड़ रुपये के अतिरिक्त स्टॉक के राज, जांच में जुटी आयकर की टीम
इन तीनों कंपनियों में मौजूद कंप्यूटर सर्वर और मोबाइल के डाटा की क्लोनिंग करके उसे अपने पास सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए आयकर विभाग के अधिकारियों को दोनों पशु आहार बनाने वाली कंपनियों के सर्वर की क्लोनिंग तो करनी ही पड़ी।
कानपुर, जेएनएन। पशु आहार कंपनियों पर मारे गए छापे में आयकर विभाग सर्वर क्लोनिंग के जरिए अब तक 50 करोड़ रुपये के अतिरिक्त स्टॉक का मामला भी पकड़ चुका है। अधिकारियों के मुताबिक यह स्टॉक अभी और बढ़ सकता है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने पिछले बुधवार को सुरेंद्र नाथ शिवहरे की कामधेनु कैटल फीड प्राइवेट लिमिटेड समेत तीन कंपनियों पर छापे मारे थे। छापे के बाद आयकर के अधिकारियों ने दिल्ली से फोरेंसिक टीम को बुलाया था, ताकि इन तीनों कंपनियों में मौजूद कंप्यूटर, सर्वर और मोबाइल के डाटा की क्लोनिंग करके उसे अपने पास सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए आयकर विभाग के अधिकारियों को दोनों पशु आहार बनाने वाली कंपनियों के सर्वर की क्लोनिंग तो करनी ही पड़ी। इसके अलावा पशु आहार और चिट फंड कंपनी में मौजूद कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल में मौजूद डाटा की भी क्लोनिंग की गई।
छापे की प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब आयकर अधिकारी इस डाटा की चेकिंग कर रहे हैं। इस डाटा चेकिंग के दौरान आयकर के अधिकारियों को अब तक 50 करोड़ रुपये के अतिरिक्त स्टॉक की जानकारी मिली है। अधिकारियों के मुताबिक जो स्टॉक रजिस्टर में दिखाया जा रहा था और जो वास्तविक स्टॉक है, उसमें अब तक यह अंतर सामने आया है। क्लोनिंग के जरिए आयकर अधिकारी यह भी जानने का प्रयास कर रहे हैं कि कब-कब कितना कच्चा माल आया, उसकी कीमत क्या थी और उसके बाद उससे पशु आहार बनाकर कितने में बेचा गया। अधिकारियों के मुताबिक इस क्लोनिंग के जरिए उस दिन से पहले का सर्वर में मौजूद जितना भी डाटा था वह सब आयकर के पास आ चुका है। इससे तीनों कंपनियों के सभी लेनदेन व अन्य ट्रांजेक्शन सामने आ जाएंगे। इसकी जांच लंबी प्रक्रिया है जो काफी समय लेगी।