कानपुर में आयकर रिटर्न की तारीखें फिर बढ़ीं, पर जीएसटी की नहीं, सामने आ रहा इस तरह का संकट
सभी का कहना था कि कोरोना के चलते तमाम बाजार बंद हैं और व्यापारी घर में हैं। वहीं टैक्स सलाहकार भी अपने ऑफिस बंद कर घर से कार्य कर रहे हैं। ऐसे में रिटर्न फाइल करने में बहुत सी दिक्कतें आ रही हैं।
कानपुर, जेएनएन। टैक्स सलाहकार और कारोबारियों की मांग पर आयकर ने अपने कई रिटर्न की तारीखों को आगे के लिए बढ़ा दिया है, लेकिन जीएसटी ने अभी अपनी तारीखों को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, कैट व टैक्स सलाहकारों ने वित्त मंत्री और वित्त मंत्रालय को पत्र लिखे थे। सभी का कहना था कि कोरोना के चलते तमाम बाजार बंद हैं और व्यापारी घर में हैं। वहीं टैक्स सलाहकार भी अपने ऑफिस बंद कर घर से कार्य कर रहे हैं। ऐसे में रिटर्न फाइल करने में बहुत सी दिक्कतें आ रही हैं। इसके बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कई रिटर्न की तारीखों को बढ़ा दिया।
इसमें धारा 148 के तहत जो पुन: कर निर्धारण के नोटिस जारी किए गए हैं, उनके लिए करदाता को जो रिटर्न एक अप्रैल या उसके बाद दाखिल करने थे, उनकी तारीख 31 मई कर दी गई है। इसी तरह कर निर्धारण के लिए यदि कोई आदेश जारी किया गया है और उसकी अपील दाखिल करने की तारीख एक अप्रैल या उसके बाद है तो उसे भी 31 मई तक दाखिल किया जा सकेगा।
विवाद समाधान पैनल में आपत्तियां दाखिल करने की तारीख एक अप्रैल या उसके बाद है तो उसे भी 31 मई तक बढ़ा दिया जाएगा। तीन मामलों में टीडीएस की तारीखें भी बढ़ाई गई हैं। टैक्स सलाहकार संतोष गुप्ता के मुताबिक आयकर ने तो अपने कई रिटर्न की तारीख बढ़ाई हैं, लेकिन जीएसटी ने किसी रिटर्न की तारीख नहीं बढ़ाई है।