आप आयकर भरते हैं तो हो जाएं सावधान, रिफंड का फर्जी संदेश भेजकर किया जा रहा ठगी का प्रयास Kanpur News
हजारों का रिफंड बता वेबसाइट क्लिक करने के लिए कहा जा रहा इसे बताया जा रहा रिफंड प्रक्रिया के लिए एक औपचारिक आग्र्रह।
केस एक : डियर सौरभ जैन, योर इनकम टैक्स अकाउंट कॉलम रिवील्स यू आर एनटाइटल्ड टू अ रिफंड, काइंडली क्लिक। (इसके बाद एक वेबसाइट का नाम)
केस दो : डियर राकेश, योर रिफंड इज अप्रूव्ड, काइंडली क्लिक टू रिसीव योर रिफंड विद इन 30 मिनट्स। (इसके बाद एक वेबसाइट का नाम)
कानपुर, [राजीव सक्सेना]। दो लोगों को भेजे गए ये संदेश फर्जी हैं। आयकर के नाम पर ऐसे संदेश रोजाना हजारों लोगों को भेजे जा रहे हैं। इसे रिफंड प्रक्रिया के लिए एक औपचारिक आग्र्रह बताया जा रहा है। खास बात ये है कि ये संदेश ऐसे लोगों को भी भेजे जा रहे हैं जिनका आयकर रिफंड से कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल भौतिकतावादी युग में बहुत से लोग रुपये मिलने के लालच में इस तरह के फंदे में फंस जाते हैं। संदेश में जिस वेबसाइट का जिक्र होता है, उसे क्लिक करते ही कई जानकारी तो वह मोबाइल या मेल से खुद ही ले लेता है। बाकी कुछ स्टेप में ऐसी जानकारी मांग ली जाती हैं जिनसे आपका बैंक खाता आसानी से खाली हो सकता है। इस मामले में आयकर विभाग के साथ ही बैंक अधिकारी भी जागरुकता अभियान चलाते हैं ताकि किसी के साथ धोखा न हो फिर भी पुलिस के पास इस तरह से धोखा देने की शिकायतें लगातार पहुंच रही हैं।
इनका ये है कहना
ऐसा संदेश भेजने वाले आयकर विभाग के अधिकारियों की छवि खराब करने का प्रयास करते हैं। इन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। करदाता को व्यक्तिगत जानकारी किसी को नहीं देनी चाहिए। कोई जरूरत हो तो विभाग की वेबसाइट देखें या विभाग में आकर जनसंपर्क अधिकारी से संपर्क करें।
-अरविंद त्रिवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आयकर राजपत्रित अधिकारी महासंघ।
इस तरह के संदेशों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आम जनता जागरूक भी हो रही है, लेकिन इस तरह के संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक भेजे जा रहे हैं ताकि कोई तो फंस ही जाए। इस तरह के संदेश में न फंसें और सीधे आयकर विभाग या बैंक से संपर्क करें।
-शिवम ओमर, चार्टर्ड अकाउंटेंट।
सर्विस टैक्स न देने पर पुलिस विभाग को नोटिस
सेवाकर का भुगतान न करने पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) ने पुलिस विभाग को नोटिस जारी किया है। बैंक व अन्य को सुरक्षा मुहैया कराने के बदले शुल्क लेने वाली पुलिस पर सेवाकर का 1.3 करोड़ रुपये, सात फीसद की दर से सात वर्ष के ब्याज की राशि और जुर्माने की 1.3 करोड़ रुपये रकम बकाया है। सेवा देने के बदले शुल्क वसूलने के बाद भी कानपुर व आसपास के जिलों के 560 सरकारी विभाग और कारोबारियों ने सेवा कर का भुगतान नहीं किया है। सीजीएसटी ने इन सभी के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं। इसमें सेवा कर का भुगतान करने की चेतावनी के साथ सबका विश्वास योजना के बारे में जानकारी दी गई है, ताकि बकाएदार विभाग योजना का लाभ उठा सकें।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण नोटिस पुलिस महानिरीक्षक कानपुर जोन को जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि सुरक्षा के बदले शुल्क लेने वाली पुलिस ने अप्रैल 2006 से सितंबर 2011 तक 76 लाख रुपयेे से अधिक के सेवाकर का भुगतान नहीं किया। इसके अलावा अक्टूबर 2011 से जून 2012 के बीच का 54 लाख रुपये का सेवाकर भी बकाया है। सीजीएसटी की ओर से पुलिस विभाग पर इतना ही जुर्माना लगाया गया है। सेवाकर बकाया का भुगतान करने पर पुलिस को 1.3 करोड़ रुपये पर ब्याज भी चुकाना होगा। सीजीएसटी अधिकारियों के मुताबिक जिन विभागों और उद्यमियों को नोटिस जारी किया गया हैं, उनमें से एक दर्जन ने नई योजना के तहत आवेदन भी कर दिया है। इन विभागों पर कुल 5.34 करोड़ रुपये सेवाकर का बकाया है।
सहायता केंद्र भी शुरू हुआ
सीजीएसटी कार्यालय में एक सहायता केंद्र भी शुरू किया गया है। जो बकाएदार सबका विश्वास योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं वे सीजीएसटी कार्यालय आकर सहायता केंद्र में आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में आयुक्त सीजीएसटी आयुक्तालय कानपुर पीके कटियार ने बताया कि पुलिस के साथ-साथ कुल 560 विभागों और कारोबारियों को नोटिस दिया गया है। सभी को सबका विश्वास योजना की जानकारी भी दी गई है, ताकि वे जुर्माने से बच सकें। योजना के तहत मूलधन में भी राहत दी जाएगी।