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Weather Update : मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान...आने वाले दिनों में गर्मी से मिलेगी राहत

क्षेत्रीय चक्रवात के असर से पश्चिमी विक्षोभ की ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर आने लगी हैं। विषवत वृत रेखा से बहने वाली हवा कमजोर हो गई है। दक्षिण पश्चिमी हवा का बहाव उल्टा हो गया है। हफ्ते भर के बाद ही मानसूनी गतिविधियों के जोर पकडऩे की संभावना है।

By Akash DwivediEdited By: Published: Sat, 03 Jul 2021 07:39 AM (IST)Updated: Sat, 03 Jul 2021 07:39 AM (IST)
जबकि अरब सागर से ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहीं थी

कानपुर, जेएनएन। अगले कुछ दिन गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। राजस्थान के पास क्षेत्रीय चक्रवात बन गया है, जबकि जम्मू के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। क्षेत्रीय चक्रवात के असर से पश्चिमी विक्षोभ की ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर आने लगी हैं। विषवत वृत रेखा से बहने वाली हवा कमजोर हो गई है। दक्षिण पश्चिमी हवा का बहाव उल्टा हो गया है। हफ्ते भर के बाद ही मानसूनी गतिविधियों के जोर पकडऩे की संभावना है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि तापमान में उतार चढ़ाव की वजह से राजस्थान के ऊपर क्षेत्रीय चक्रवात बन गया है। अरब देशों की ओर से गर्म हवा आ रही थी, जबकि अरब सागर से ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहीं थी।

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दोनों के मिलने से क्षेत्रीय चक्रवात बन गया। वहीं दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय था। उसकी ठंडी हवा उत्तराखंड तक आ रही थी। क्षेत्रीय चक्रवात ने उसको भी अपनी ओर खींच लिया। कानपुर, लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी आदि जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। बादल छाए रहने की संभावना है। हवा 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.2, न्यूनतम 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था। अधिकतम आर्द्रता 59 फीसद रह गई है। हवा 10.2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली।

यहां बने मौसमी सिस्टम : ट्रफ रेखा उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल से होते हुए असोम तक जा रही है। दूसरी रेखा कर्नाटक से तमिलनाडु के कोमोरिन क्षेत्र तक बनी हुई है। 


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