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जेईई एडवांस में फिजिक्स और मैथ के प्रश्नपत्र को हल करने में परीक्षार्थियों को करनी पड़ी मशक्कत

अभ्यर्थियों को हल निकालने में करनी पड़ी मशक्कत केमिस्ट्री के प्रश्न आसान 13 केंद्रों पर हुई प्रवेश परीक्षा कानपुर जोन के अंतर्गत 13 शहरों में आयोजन सुबह की पाली में कुल 21505 परीक्षार्थियों में से 588 और शाम के समय 554 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 08:36 PM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 08:36 PM (IST)
जेईई एडवांस में फिजिक्स और मैथ के प्रश्नपत्र को हल करने में परीक्षार्थियों को करनी पड़ी मशक्कत
परीक्षा देने के बाद परीक्षा केंद्र से बाहर निकलते परीक्षार्थी

कानपुर, जेएनएन। देश की 23 आइआइटी में दाखिले के लिए रविवार को जेईई एडवांस का आयोजन किया गया। कानपुर जोन के अंतर्गत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 13 शहरों में प्रवेश परीक्षा हुई। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सुबह की पाली में कुल 21,505 परीक्षार्थियों में से 588 और शाम के समय 554 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे। जौनुपर से आए सौरभ राज ने बताया कि फिजिक्स और मैथ्स के सवाल कठिन आए थे। फिजिक्स में रोटेशन और थर्माेडाईनेमिक्स के न्यूमेरिकल्स उलझाऊ थे। आवास विकास के अभिषेक सिंह ने बताया कि मैथ्स में एलजेब्रा (बीजगणित) व कैलकुलस के सवालों का हल नहीं निकल रहे थे। हालांकि केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) का प्रश्नपत्र तो आसान था, लेकिन पेपर काफी लंबा था।

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आइआइटी कानपुर को कानपुर जोन की जिम्मेदारी मिली थी, जिसमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, गोरखपुर, फैजाबाद, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, सतना, सागर, जबलपुर आते हैं। यहां 21,505 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। सुबह नौ से 12 बजे की परीक्षा में 20,919 और शाम की 2.30 से 5.30 बजे की परीक्षा में 20,951 परीक्षार्थी शामिल हुए। कानपुर जोन के चेयरमैन प्रो. डीएस कट्टी ने बताया कि जेईई एडवांस्ड का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ है। कुछ सेंटरों में कुछ देर के लिए तकनीकी समस्या आई थी, लेकिन उसे सही करा दिया गया।

कानपुर में 59 छात्र रहे अनुपस्थित

कानपुर के 13 शहरों में प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें केशवपुरम, हाथीपुर गांव, पीएसआइटी, पनकी औद्योगिक क्षेत्र, केआइटी, काकादेव, चकरपुर मंडी आदि शामिल हैं। यहां 2974 अभ्यर्थियों में से 59 अनुपस्थित रहे।

डेढ़ घंटे पहले से शुरू हुआ प्रवेश

केंद्रों पर छात्रों को दो घंटे पहले बुलाया गया था। उनकी सबसे पहली थर्मल स्क्रीनिंग हुई। हाथ सैनिटाइज कराए गए। उसके बाद उनके प्रवेश पत्र के बार कोड से कक्ष संख्या बताई गई। गौरतलब है कि इस बार केंद्रों पर रोल नंबर चस्पा नहीं किए गए थे।


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