चित्रकूट में मिलावटी शराब पीने वाले कई और लोग हो सकते हैं बीमार, प्रशासन के दावों की इस तरह खुली पोल
Illicit Liquor in UP पुलिस के मुताबिक बरद्वारा के देसी शराब ठेका की शराब थी जो गांव का परचून दुकानदार वहां से लाकर अवैध तरीके से बेचता था। वहीं आबकारी निरीक्षक विनोद कुमार का कहना है कि गांव की बनी मिलावटी शराब से मौतें हुई हैैं।
चित्रकूट, [हेमराज कश्यप]। Illicit Liquor in UP शराब पीने से चार लोगों की मौत ने एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इस घटना का जिम्मेदार कौन है? चित्रकूट और पड़ोसी जनपदों में एक सप्ताह के अंदर करीब 20 जिंदगियां मिलावटी शराब की भेंट चढ़ गईं। पहले की तरह इस बार भी पुलिस और आबकारी विभाग एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते दिखे। जश्न की पार्टी में जो शराब प्रयोग हुई है वह वैध थी या अवैध, उसमें भी सवाल है। पुलिस के मुताबिक बरद्वारा के देसी शराब ठेका की शराब थी जो गांव का परचून दुकानदार वहां से लाकर अवैध तरीके से बेचता था। वहीं आबकारी निरीक्षक विनोद कुमार का कहना है कि गांव की बनी मिलावटी शराब से मौतें हुई हैं। घटनास्थल पर जो शराब की शीशी और ढक्कन मिले हैं, वह ठेका की शराब से मैच नहीं करते हैं।
काला कारोबार कर चंद वर्षों में बना लाखों का मालिक: आम लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल कर अकूत संपत्ति का मालिक बना किराना दुकानदार त्रिलोक सिंह प्रशासन के दावों की पोल खोलता है। कुछ साल पहले वह पिता के साथ खेती में मदद करता था। पिता के निधन के बाद क्षेत्र के एक शराब माफिया से उसका संपर्क हो गया और किराना दुकान की आड़ में शराब बेचने लगा। पांच साल में ही वह लाखों की संपत्ति का मालिक हो गया। एसपी अंकित मित्तल के मुताबिक आरोपित त्रिलोक शराब पीने से मृत मुन्ना सिंह का भतीजा है।
बढ़ सकती है मौतों की संख्या: ग्रामीणों के मुताबिक शनिवार को करीब 50 लोगों ने परचून की दुकान से शराब खरीदकर पी है। संभव है कि कुछ और लोग बीमार हों, जिससे मौत की संख्या बढ़ सकती है।