बिकरू कांड से पुलिस ने लिया सबक, विशेष अभियान के लिए गठित की गई 75 तेजतर्रार सिपाहियों की क्विक रिस्पांस टीम
क्यूआरटी को हर तरह की परिस्थितियों से लडऩे के अलावा हथियार भीड़ नियंत्रण आपदा प्रबंधन दंगा नियंत्रण आदि की ट्रेनिंग दी जा रही है। सिपाहियों की ट्रेनिंग के लिए आइजी मोहित अग्रवाल ने आइजी सीआरपीएफ से वार्ता कर ली है।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू की वारदात से सबक लेते हुए विशेष अभियानों के लिए कानपुर पुलिस के 75 सिपाहियों की क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया जा रहा है। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि सभी थानों और पुलिस लाइन से वर्ष 2018 बैच के 75 सिपाहियों को चिह्नति किया गया। इस टीम को क्विक रिस्पांस टीम यानी क्यूआरटी नाम दिया गया है। क्यूआरटी को हर तरह की परिस्थितियों से लडऩे के अलावा हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इन सिपाहियों को एसआइ राघवेन्द्र त्रिपाठी प्राथमिक ट्रेनिंग दे रहे हैं। राघवेन्द्र त्रिपाठी वर्ष 2002 से 2006 के बीच कार्बाइन शूटिंग में राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं। इन टीम के सिपाहियों को हथियार चलाने के अलावा भीड़ नियंत्रण, आपदा प्रबंधन, दंगा नियंत्रण आदि की ट्रेनिंग दी जा रही है। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक कानपुर पुलिस लाइन में इस टीम को एक माह की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद इन सभी को वाराणासी सीआरपीएफ कैंप में भेजा जाएगा। वाराणसी पुलिस ने भी यहीं अपने जिले की क्यूआरटी को प्रशिक्षित कराया है। सिपाहियों की ट्रेनिंग के लिए आइजी मोहित अग्रवाल ने आइजी सीआरपीएफ से वार्ता कर ली है।