धनतेरस की रात बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया, पत्नी की हत्या कर पति ने दी जान Kanpur News
पूर्व प्रधान पिता ने खराब आदतों के चलते युवक को घर से अलग कर दिया था।
कानपुर, जेएनएन। दीपावली से पहले धनतेरस की रात घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव बिरसिंहपुर में हृदय विदारक घटना ने सभी को झकझोर दिया। रात में मम्मी-पापा के साथ सोए बच्चों को पता ही नहीं चला कि कब उनके सिर से मां-बाप का साया उठ गया। पत्नी की गला घोटकर हत्या के बाद घर से बाहर निकले युवक ने फांसी लगाकर खुद भी जान दे दी। सुबह जब ग्रामीणों को जानकारी हुई तो बस एक ही सवाल उठता रहा कि पति-पत्नी के बीच ऐसा क्या हुआ कि त्योहार पर बच्चों को इतना बड़ा गम दे दिया।
बिरसिंहपुर गांव में पूर्व प्रधान भिक्खू धानुक ने 28 वर्षीय पुत्र सूर्यपाल को अलग कर दिया था। इसके चलते वह परिवार में पत्नी 25 वर्षीय पत्नी पुष्पा देवी, चार वर्षीय पुत्र आर्यन व दो वर्षीय पुत्री काव्या के साथ अलग मकान बना कर रहता था और बारीगांव स्थित एक ईंट भ_े में मजदूरी करके परिवार पाल रहा था। परिजनों के मुताबिक शुक्रवार दोपहर भ_े से घर लौटे सूर्यपाल का किसी बात को लेकर पुष्पा से विवाद हो गया था। देर रात शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंचे सूर्यपाल का पुष्पा से दोबारा विवाद हुआ था।
कुछ देर बाद मम्मी-पापा के साथ बच्चे सो गए। रात में किसी समय सूर्यपाल ने पुष्पा का गला घोंट कर हत्या कर दी और उसकी साड़ी लेकर घर से बाहर निकल गया। गांव के दक्षिणी छोर पर आम के पेड़ पर सूर्यपाल ने साड़ी से फंदा बनाकर फांसी लगा जान दे दी। शनिवार सुबह खेतों की ओर निकले ग्रामीणों ने सूर्यपाल का शव फांसी पर लटका देखा तो सूचना देने उसके घर पहुंचे।
घर का नजारा देखकर ग्रामीणों की आंखों में भी आंसू आ गए। फर्श पर पुष्पा मृत पड़ी और दोनों बच्चे मम्मी-पापा की मौत से बेखबर चैन से सो रहे थे। बच्चों को अभी पता नहीं था कि उनके सिर से मां-बाप का साया उठ गया है। घटना की जानकारी पर सीओ रविकुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक आरबी सिंह भीतरगांव चौकी पुलिस के साथ पहुंचे और परिजनों व ग्रामीणों से पूछताछ की। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि फील्ड यूनिट(फॉरेंसिक टीम) को बुलाया गया है। हत्या व आत्महत्या के पीछे प्रथमदृष्टया पारिवारिक कलह प्रतीत हो रही है।