Human Trafficking Kanpur: ओमान में फंसी एक और महिला मुक्त, परिवार में खुशी की लहर
कानपुर पुलिस के प्रयासों के बाद पंजाब के जालंधर की महिला को ओमान के भारतीय दूतावास ने मुक्त कराया है। अब सात मई की सुबह ओमान से दिल्ली महिला को लाया जाएगा। उसके देश वापस आने पर परिवार खुश है।
कानपुर, जेएनएन। उन्नाव निवासी राजमिस्त्री की पत्नी की तरह ही ओमान में फंसी जालंधर निवासी महिला को भी आखिरकार कानपुर पुलिस के प्रयास से वहां भारतीय दूतावास ने मुक्त करा लिया है। छह मई को उसे दूतावास के अधिकारी ओमान से भारत के लिए रवाना करेंगे और सात मई की सुबह महिला दिल्ली पहुंचेंगी।
महिला के आने की सूचना पर जालंधर निवासी उसके परिवार में खुशी की लहर है। महिला की बेटी ने दैनिक जागरण को वॉयस मैसेज भेजकर खुशी जताई। जैसे उन्नाव निवासी राजमिस्त्री की पत्नी को नौकरी के बहाने ओमान भेजा गया था। उसी तरह पंजाब के जालंधर व संगरूर जिले की दो महिलाओं को भी मानव तस्करों ने नौकरी का झांसा देकर ओमान भेजा था।
उन्नाव निवासी महिला के वापस लौटने के बाद संगरूर की महिला ने डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल को वॉयस मैसेज भेजकर खुद को और जालंधर निवासी महिला को ओमान से वापस बुलाने की मांग की थी। इसके बाद डीसीपी ने जालंधर पुलिस के साथ ही ओमान में भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया था। डीसीपी के प्रयास से भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने जालंधर निवासी महिला को ओमान की नौकरानी उपलब्ध कराने वाली एजेंसी से शनिवार को मुक्त करा लिया है।
साथ ही महिला को भारत भेजने के लिए छह मई का टिकट व अन्य जरूरी दस्तावेज भी तैयार कराए हैं। महिला की बेटी ने दैनिक जागरण को भेजे वॉयस मैसेज में बताया है कि भारतीय दूतावास ने मां को भारत भेजने के लिए टिकट तैयार कराया है। साथ ही टिकट की फोटोकॉपी भी भेजी है। सात मई की सुबह करीब चार बजे मां दिल्ली आएंगी। यहां से बस के जरिए स्वजन उन्हें जालंधर ले जाएंगे। बेटी ने यह भी बताया कि मां के वापस लौटने के बाद वह उन एजेंटों पर कार्रवाई कराने के लिए पुलिस से शिकायत भी करेंगी, जिन्होंने मां को नौकरी के बहाने ओमान भेजा था।