ओमान में उन्नाव की एक और महिला पहुंची भारतीय दूतावास, क्राइम ब्रांच की कोशिश से मानव तस्करों के चंगुल से हुई मुक्त
Human Trafficking Case जनवरी से मार्च के बीच मानव तस्करों के चंगुल में फंसकर ओमान गईं सात महिलाओं में से चार को क्राइम ब्रांच ने अप्रैल व मई में मुक्त कराया था। ओमान के भारतीय दूतावास की मदद से चारों महिलाओं को वापस भारत बुलाया गया।
कानपुर, जेएनएन। Human Trafficking Case क्राइम ब्रांच के प्रयास से ओमान के भारतीय दूतावास ने वहां फंसी उन्नाव की एक और महिला को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करा लिया। इसके साथ ही अब उन्नाव की दो महिलाएं वहां के दूतावास पहुंच गई हैं। एक और महिला को भी मुक्त कराने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद सभी को एक साथ भारत भेजा जाएगा। महिलाओं ने दैनिक जागरण को वाॅयस मैसेज भेजकर इस बात की जानकारी दी है।
इसी वर्ष जनवरी से मार्च के बीच मानव तस्करों के चंगुल में फंसकर ओमान गईं सात महिलाओं में से चार को क्राइम ब्रांच टीम ने अप्रैल व मई में मुक्त कराया था। ओमान के भारतीय दूतावास की मदद से चारों महिलाओं को वापस भारत बुलाया गया, जिसमें से दो महिलाएं पंजाब के जालंधर व संगरूर जिले की रहने वाली थीं। यही नहीं, पुलिस ने मानव तस्करी के आरोपित अतीकुर्रहमान, मुजम्मिल व बेंगलुरू निवासी ट्रैवल्स एजेंसी संचालक सैयद अमीन को भी जेल भेजा था।
इसके बाद पुलिस को तीन और महिलाओं के वहां फंसे होने की जानकारी मिली थी। इस पर क्राइम ब्रांच ने फिर दूतावास से संपर्क किया और तीनों महिलाओं का ब्योरा भेजा। 30 जून को ओमान के भारतीय दूतावास ने उन्नाव के कांशीराम कालोनी निवासी महिला को शेख के घर से मुक्त कराया और गुरुवार देर शाम सफीपुर (उन्नाव) निवासी उसकी भांजी को भी मुक्त करा लिया है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि अभी बेकनगंज की एक और महिला को भी मुक्त कराना बाकी है। दूतावास के अधिकारी सभी महिलाओं को एक साथ भारत भेजेंगे।