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गूगल मैपिंग से कोरोना पर कसेंगे लगाम, घर-घर कांटेक्ट ट्रेसिंग की कवायद

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य निदेशालय एवं डब्ल्यूएचओ मिल कर गूगल मैपिंग की शुरुआत करा रहे है। कानपुर शहर में भी जल्द मैपिंग शुरू करा कर प्रत्येक संक्रमित केस दर्शाए जाएंगे और जांच कराई जाएगी ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 08:50 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 08:50 AM (IST)
गूगल मैपिंग से कोरोना पर कसेंगे लगाम, घर-घर कांटेक्ट ट्रेसिंग की कवायद
कानपुर में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए उठाए कदम।

कानपुर, जेएनएन। जिले में कोरोना वायरस के तेवर फिर से तल्ख हो गए हैं। संक्रमितों की संख्या तेजी से बढऩे लगी है। अब कोरोना वायरस पर लगाम कसने के लिए प्रदेश सरकार गूगल मैपिंग कराने का निर्णय लिया है। अब जिले में प्रत्येक कोरोना संक्रमित केस की गूगल पर मैपिंग की जाएगी। यह देखा जाएगा कि किस क्षेत्र में सर्वाधिक संक्रमित मिले हुए हैं। उसे क्षेत्र को रेड जोन घोषित करके घर-घर कांटेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस एवं जांच कराई जाएगी। ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।

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सर्वाधिक कोरोना प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य निदेशालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) मिलकर गूगल मैपिंग कराएंगे। जिले में इसका ट्रायल शुरू हो गया है। जिले में जल्द ही गूगल मैपिंग करने की शुरुआत होगी। अब कोरोना के केस रिपोर्ट होने पर रैपिड रिस्पांस (आरआरटी) टीम क्षेत्र में जाकर कांटेक्ट ट्रेङ्क्षसग करेगी। संक्रमित की डिटेल लेकर गूगल के मैप (नक्शे) पर दर्शाने के लिए भेजा जाएगा।

पहचान नहीं होगी उजागर

स्वास्थ्य महकमे के अफसरों का कहना है कि गूगल मैपिंग में संक्रमितों की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। सिर्फ जगह दिखाई जाएगी कि यहां कोरोना संक्रमित रिपोर्ट हुआ है। नाम, पता या कोई पहचान उजागर नहीं की जाएगी। संक्रमितों का आंकड़ा स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के पास ही रिकार्ड के रूप में सुरक्षित रहेगा।

कोरोना को नियंत्रित करने में मिलेगी मदद

संक्रमितों की गूगल मैपिंग से कोरोना प्रभावित क्षेत्र एवं केस की आसानी से पहचान हो सकेगी। जहां सर्वाधिक केस होंगे, उस इलाके को चिन्हित करके उसके हिसाब से कार्ययोजना बनाकर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

  • -कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जिले में गूगल मैपिंग शुरू की जा रही है। इसके जरिए प्रत्येक कोरोना संक्रमित की गूगल मैपिंग कराई जाएगी। जिस क्षेत्र में केस दोबारा मिलेंगे या सर्वाधिक होंगे, उसे रेड जोन घोषित किया जाएगा। वहां घर-घर कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं सर्विलासं कराएंगे। सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी, अगर कोई संक्रमित मिलेगा तो उसे इलाज मुहैया कराया जाएगा। - डॉ. अनिल मिश्रा, सीएमओ, कानपुर नगर 

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