फिर बनेगा मल्टी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक के ई-हास्पिटल का प्रस्ताव, नए वित्तीय वर्ष में मिल सकती मंजूरी
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के मल्टी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक के ई-हास्पिटल का प्रस्ताव नए सिरे से तैयार कराने के निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने दिए हैं। शासन नए वित्तीय वर्ष में प्रोजेक्ट के लिए बजट आवंटित करेगा।
कानपुर, जेएनएन। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने निर्देश दिए हैं कि जीएसवीएम मेडिकल कालेज के मल्टी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक के ई-हास्पिटल का प्रस्ताव नए सिरे से तैयार कराकर लाएं। उसमें कंप्यूटर, प्रिंटर एवं साफ्टवेयर का भी जिक्र होना चाहिए। कहां कितने कंप्यूटर लगेंगे और सर्वर में कितना खर्च आएगा, इसका भी जिक्र होना चाहिए।
लखनऊ में हुई बैठे में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने कहा कि प्रोफेशनल कंपनी से साफ्टवेयर व हार्डवेयर का प्रस्ताव तैयार कराएं। इसमें अस्पताल से जुटी सभी चीजें होनी चाहिए। इस अत्याधुनिक भवन के सभी ओपीडी, ड्रग स्टोर एवं ड्रग काउंटर पर भी कंप्यूटर लगाए जाएंगे। साफ्टवेयर में दवाओं के नाम हो, लेकिन ध्यान रखें ब्रांड नेम नहीं साल्ट का नाम होना चाहिए। मरीजों के इलाज से लेकर जांच में भी कम से कम पेपर वर्क हो। एमआरआइ, सीटी स्कैन, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड जांच की रिपोर्ट इलाज करने वाले डाक्टर को उसके कंप्यूटर पर ही मिल जाए।
साथ ही पैथालाजिकल जांचें भी सीधे मरीज के फोन एवं डाक्टर के पास आनलाइन ही पहुंच जाए। डाक्टर मरीज की आइडी डालते ही सबकुछ देख ले। आपरेशन थियेटर में भी सीटी स्कैन एवं एमआरआइ जांच की फिल्म न लेकर आनलाइन भेजा जाए। पूर्व के तेयार प्रस्ताव की जगह संशोधित प्रस्ताव तैयार कराने के निर्देश दिए। प्राचार्य प्रो. संजय काला ने भी हास्टल, सड़क समेत कई प्रस्ताव का जिक्र किया, जिसे नए वित्तीय वर्ष में भेजने का निर्देश दिए। इस दौरान डा. सौरभ अग्रवाल भी साथ रहे।
सबस्टेशन के प्रस्ताव में दो करोड़ घटाए : मल्टी सुपरस्पेशियलिटी के 33 केवीए सब स्टेशन के प्रस्ताव में भी दो करोड़ रुपये कम कर दिए। पहले प्रस्ताव 13.62 करोड़ रुपये का था, जिसे घटाकर 11.62 करोड़ रुपये का कर दिया है।