अब हर गली मोहल्ले में होगी कानपुर पुलिस की खुफिया नजर, लगाए जाएंगे हिडन कैमरे
कानपुर महानगर में पुलिस ने अब तकनीक के सहारे कानून पालन कराने की योजना तैयार की है जो कोरोना संक्रमण के कम होने के बाद लागू कर दी जाएगी। शहर में हिडन कैमरे से कानून तोडऩे वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर, गौरव दीक्षित। अभी तक आप प्रमुख चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर ही चौकन्ने रहते हैं, क्योंकि पता है कि यहां पुलिस का सीसीटीवी कैमरा आपकी गतिविधियों को देख रहा होगा। विशेषकर वाहन चलाते समय सतर्कता बरतते हैं ताकि चालान न कट जाए। मगर, अब कमिश्नरेट पुलिस ऐसी योजना पर काम कर रही है, जिसमें आपके घर के बाहर तक खुफिया नजर रखी जाएगी। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर पूरे शहर में दो सौ अधिक हिडन कैमरे कानून तोडऩे वालों की चुगली कर उन्हें कानून के दायरे में लाएंगे। इस कवायद की तैयारी पूरी हो गई है और कोरोना का प्रकोप कम होते ही इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।
पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि कमिश्नरेट प्रणाली में पुलिस के पास यातायात व अपराध नियंत्रण के अलावा प्रदूषण फैलाने, गंदगी करने और गली-मोहल्लों को अतिक्रमण मुक्त करने की जिम्मेदारी है। कई बार इस तरह की शिकायतें आती हैं, लेकिन साक्ष्य के अभाव में आरोपित बच निकलता है। गली मोहल्लों में लोग बिना हेलमेट व सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाते हैं। वाहन की गति भी बेहद ज्यादा होती है। समस्या यह भी थी कि पुलिस का सीसीटीवी नेटवर्क शहर में प्रमुख चौराहों, मुख्य सड़कों और बाजारों तक ही सीमित है। ऐसे में गली मोहल्लों की खुफिया निगरानी नहीं हो पा रही थी।
नई व्यवस्था में ऐसे होगी निगरानी
पुलिस स्टिंग ऑपरेशन में उपयोग होने वाले हिडन कैमरों को अपना हथियार बनाएगी। इन कैमरों को गली मोहल्लों में किसी सुरक्षित स्थान पर फिट कर दिया जाएगा। दिन भर कैमरे गतिविधियों को कैद करेंगे और रात मेंं वहां से हटा लिए जाएंगे। रिकार्डिंग देखकर पुलिस संबंधित पर कार्रवाई करेगी। सड़क पर पुलिस बैरियर खड़ाकर उनमें भी हिडन कैमरे फिट कर देगी, जिससे वाहन चालकों व आने जाने वालों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। आवश्यकता के अनुसार इन कैमरों की लोकेशन रोजाना बदली जाएगी।
इन मामलों में होगी कार्रवाई
गली मोहल्लों में लापरवाही से वाहन चलाने वाले भी कानून की पकड़ में आएंगे और उनका चालान होगा। ऐसे लोगों का भी चालान होगा जो कि अपने घर के बाहर या पड़ोस में गंदगी करेंगे या कूड़ा जलाएंगे। गर्मियों के दिनों बहुत से लोग घरों के बाहर धुलाई में बहुत सारा पानी बर्बाद करते हैं। रिकार्डिंग में ऐसे लोग साक्ष्यों के साथ कैद हो जाएंगे, जिन पर सख्ती के साथ कार्रवाई होगी।
-मेरी योजना है कि कमिश्नरेट पुलिस में पुलिस केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई पर ध्यान दे। यातायात नियमों, प्रदूषण व गंदगी आदि मुद्दों पर तकनीक के सहारे ही नजर रखी जाए। आने वाले दिनों में तकनीक का ऐसा जाल बिछाया जाएगा, जिससे बच निकलना मुश्किल होगा। इसमें पुलिस भी नहीं लगेगी और साक्ष्य भी होंगे। -असीम अरुण, पुलिस आयुक्त