हेल्थ साइंस छात्र ने बोल-बोलकर पढ़ने का बनाया विश्व रिकॉर्ड Kanpur News
जागरण संवाददाता कानपुर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ
By Edited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 01:45 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 10:30 AM (IST)
कानपुर,जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज के छात्र अलाउद्दीन ने बड़ी उपलब्धि हासिल की। बीएससी इन मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी अंतिम वर्ष के इस छात्र ने बिना रुके बोल-बोलकर 27 घंटे पांच मिनट तक लगातार पढ़ने का विश्व रिकार्ड बनाया है। उन्होंने यह रिकॉर्ड डॉ. दिलीप गंगवार इंस्टीट्यूट में बनाया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड एशिया के पदाधिकारी डॉ. मनीष विश्नोई ने उन्हें 'लांगेस्ट रीडिंग एलाउड मैराथन (सिंगल सिटिंग) के प्रमाण पत्र दिया। इससे पहले बोल-बोलकर 25 घंटे चार सेकेंड पढ़ने का रिकार्ड लखीमपुर खीरी के यतीश चंद्र शुक्ला के नाम था।
छह माह पूर्व किया आवेदन, कमरे में किया अभ्यास
मूल रूप से जौनपुर की बदलापुर तहसील के बाहरीपुर कला गांव के रहने वाले अलाउद्दीन पिछले दो वर्ष से यह विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास कर रहे थे। लखीमपुर खीरी के यतीश चंद्र शुक्ला से भी वह मिले। छह माह पूर्व उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में ऑनलाइन आवेदन किया था।
रविवार सुबह पढ़ने बैठे, सोमवार को उठे
रविवार सुबह दस बजे से 22 वर्षीय अलाउद्दीन ने डॉ. दिलीप गंगवार इंस्टीट्यूट में जंतु विज्ञान विषय की पढ़ाई शुरू की। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम भी वहां पहुंच गई। सोमवार दोपहर एक बजे तक उन्होंने बिना रुके बोल-बोलकर पढ़ाई की। उनके नाम सबसे ज्यादा देर तक पढ़ने के अलावा एक ही विषय के साथ इतने लंब समय अंतराल तक पढ़ाई करने का रिकार्ड भी दर्ज हो गया है। इसके लिए उन्हें 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड' का प्रमाण पत्र दिया गया।
आर्थिक हालात बेहतर नहीं पर कुछ नया करने का जज्बा
अलाउद्दीन ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। पिता मो. अकरम शेख व मां मदीना बेगम के अलावा दो बड़े भाई हैं। दोनों भाई सैलून में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए शिक्षक बनने का है।
छह माह पूर्व किया आवेदन, कमरे में किया अभ्यास
मूल रूप से जौनपुर की बदलापुर तहसील के बाहरीपुर कला गांव के रहने वाले अलाउद्दीन पिछले दो वर्ष से यह विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास कर रहे थे। लखीमपुर खीरी के यतीश चंद्र शुक्ला से भी वह मिले। छह माह पूर्व उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में ऑनलाइन आवेदन किया था।
रविवार सुबह पढ़ने बैठे, सोमवार को उठे
रविवार सुबह दस बजे से 22 वर्षीय अलाउद्दीन ने डॉ. दिलीप गंगवार इंस्टीट्यूट में जंतु विज्ञान विषय की पढ़ाई शुरू की। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम भी वहां पहुंच गई। सोमवार दोपहर एक बजे तक उन्होंने बिना रुके बोल-बोलकर पढ़ाई की। उनके नाम सबसे ज्यादा देर तक पढ़ने के अलावा एक ही विषय के साथ इतने लंब समय अंतराल तक पढ़ाई करने का रिकार्ड भी दर्ज हो गया है। इसके लिए उन्हें 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड' का प्रमाण पत्र दिया गया।
आर्थिक हालात बेहतर नहीं पर कुछ नया करने का जज्बा
अलाउद्दीन ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। पिता मो. अकरम शेख व मां मदीना बेगम के अलावा दो बड़े भाई हैं। दोनों भाई सैलून में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए शिक्षक बनने का है।
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