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कानपुर में संक्रमितों की संख्या कम दिखाने के लिए स्वास्थ्य विभाग दे रहा धोखा, जानिए पूरा मामला

जबकि पांच मई को 3579 की टेस्टिंग हुई। इस व्यवस्था से संक्रमितों की संख्या में कमी आने लगी है। रविवार को 1223 सोमवार को 1274 मंगलवार को 1205 बुधवार को 997 तो गुरुवार को 746 संक्रमित ही सामने आए हैं

By Akash DwivediEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 08:10 AM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 08:10 AM (IST)
कानपुर में संक्रमितों की संख्या कम दिखाने के लिए स्वास्थ्य विभाग दे रहा धोखा, जानिए पूरा मामला
जबकि पांच मई को 3579 की टेस्टिंग हुई

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच का ही खेल कर दिया है। अब तक हो रही आरटीपीसीआर की जांच में 1200 से 1400 की कटौती की गई है। कम जांच तो कम संक्रमित वाला फॉर्मूला इस्तेमाल हो रहा है। इससे आंकड़ों में भले ही सुधार आ जाए, लेकिन संक्रमण की रफ्तार कम होने पर संशय है।

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30 अप्रैल को 5425 और एक मई को 5226 लोगों की जांच की गई, जबकि पांच मई को 3579 की टेस्टिंग हुई। इस व्यवस्था से संक्रमितों की संख्या में कमी आने लगी है। रविवार को 1223, सोमवार को 1274, मंगलवार को 1205, बुधवार को 997 तो गुरुवार को 746 संक्रमित ही सामने आए हैं। यही स्थिति एंटीजन टेस्ट में भी हो रही है। 14 अप्रैल को 6127, 15 अप्रैल को 3615, 16 अप्रैल को 5385 एंटीजन की जांच हो रही थी, वहीं 22 अप्रैल को घटाकर 2811, 23 अप्रैल को 2831, 24 अप्रैल को 2747 तक पहुंच गई। 28 अप्रैल तक एंटीजन की जांच घटकर 1032 पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तर्क था कि एंटीजन की किटों का संकट है, इसकी वजह से एंटीजन कम कर दिए गए।

लैब में बोझ बढऩे पर घटाई थी जांच : हैलट की फ्लू ओपीडी समेत सीएचसी, पीएचसी और अर्बन पीएचसी में होने वाली आरटीपीसीआर की जांच जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रो बायोलॉजी लैब में भेजी जाती है। यहां पर अधिक सैंपल का लोड बढऩे पर 19 अप्रैल से जांच कम कर दी गईं। कुछ केंद्रों पर सिर्फ 50 टेस्टिंग करने की नोटिस भी चस्पा की गई। गली और मोहल्लों में जांच के लिए लगाई गई टीम को भी कम किट दी गई।

चार से पांच दिन में आ रही रिपोर्ट : जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावे अभी हवा हवाई हैं। आरटीपीसीआर की जांच आने में चार से पांच दिन का समय लग रहा है। कुछ का तो छह दिन भी लगता है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग को जांच बढ़ाने के लिए दो आरटीपीसीआर की मशीनें और 25 का स्टाफ देने के लिए कहा गया था, लेकिन अब तक पुराना ढर्रा बना हुआ है। संभावित रोगी जांच रिपोर्ट के इंतजार में ही अस्पतालों के बाहर तड़प रहे हैं। लैब में एक दिन में 3100 सैंपल की जांच हो रही है। इसमें फतेहपुर से आने वाले सैंपल भी शामिल हैं।

इनका ये है कहना

  • एंटीजन किट की समस्या है। शुक्रवार तक आ जाएंगी। आरटीपीसीआर की जांच कम नहीं की गई है। संभावित व संक्रमण वाले क्षेत्रों में टेस्टिंग बढ़ाई गई है। संक्रमण कम करने की प्लानिंग की जा रही है। 

                                                                                                                  डॉ. नेपाल सिंह, सीएमओ


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