Move to Jagran APP

HBTI के छात्र परीक्षा का बहिष्कार कर चले गए घर, कुलपति हास्टल पहुंचे तो लटका मिला ताला

एचबीटीयू में अंतिम वर्ष के 90 फीसद विद्यार्थियों ने सेमेस्टर परीक्षा का बहिष्कार किया है। जिसके बाद वह अपने घर रवाना हो गए हैं। जब कुलपति छात्रों से वार्ता करने हास्टल पहुंचे तो उन्हें अधिकतर छात्रों के घर चले जाने की जानकारी मिली।

By Abhishek VermaEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 07:20 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 07:20 AM (IST)
HBTI के छात्र परीक्षा का बहिष्कार कर चले गए घर, कुलपति हास्टल पहुंचे तो लटका मिला ताला
एचबीटीयू में अंतिम वर्ष के 90 फीसद विद्यार्थियों ने सेमेस्टर परीक्षा का बहिष्कार किया है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि के सेमेस्टर परीक्षा का बहिष्कार करने वाले बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं मंगलवार से अपने घरों को जाने लगे। उन्होंने इस बाबत विवि प्रशासन को भी जानकारी नहीं दी। मंगलवार को जब कुलपति ने हास्टल पहुंच कर छात्रों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली तो इस बात का पता लगा। हालांकि अब तक विवि की ओर से इन छात्रों की बाद में परीक्षा आयोजित कराने संबंधी कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।

prime article banner

विवि में सोमवार से शुरू हुई आफलाइन परीक्षा का बीटेक अंतिम वर्ष के 90 फीसदी छात्र-छात्राओं ने बहिष्कार कर दिया था। कुल 638 परीक्षार्थियों में से 167 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमें से अधिकतर विद्यार्थी एमटेक और एमसीए कोर्स के हैं। परीक्षा छोडऩे वाले विद्यार्थी कोरोना संक्रमण को देखते हुए विवि प्रशासन से परीक्षा स्थगित करने या आनलाइन मोड में आयोजित करने की मांग कर रहे थे। बुधवार को भी दूसरा प्रश्नपत्र होना है, लेकिन अब वही विद्यार्थी आएंगे, जो सोमवार को परीक्षा में उपस्थित रहे थे। इधर, परीक्षा छोडऩे के बाद बीटेक अंतिम वर्ष के तमाम विद्यार्थियों ने अपने घर जाना शुरू कर दिया। मंगलवार को 60 फीसद विद्यार्थी हास्टल छोड़कर चले गए। केवल वही रुके हैं, जिन्हें आनलाइन प्लेसमेंट में शामिल होना है। 

विवि ने बैक पेपर कराने का दिया है संदेश

बीटेक अंतिम वर्ष के परीक्षार्थियों के सामूहिक बहिष्कार के बाद विवि प्रशासन ने उनका बैक पेपर कराने का संदेश दिया है। हालांकि विद्यार्थी इसके विरोध में भी उतर आए हैं। उनका कहना है कि विवि प्रशासन छात्रों के हित में फैसला नहीं ले रहा है। इसके लिए वह आगे फिर आंदोलन करेंगे। इधर, संदेश प्रसारित करने के बाद मंगलवार को छात्रों से बात करने के लिए कुलपति उनके हास्टल पहुंचे तो पता लगा कि ज्यादातर विद्यार्थी अपने घर चले गए हैं। जो विद्यार्थी बचे हैं, उनसे कुलपति ने परीक्षा न देने का कारण पूछा तो उन्होंने तबीयत खराब होने की बात कही। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.