एचबीटीयू की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कई अहम फैसले, पांच प्रतिशत सीटें बढ़ीं और पीएचडी पर भी शुल्क
हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में हुए कई बिंदुओं पर फैसले लिये गए हैं । इसमें दीक्षा समारोह में पहली बार एमटेक कोर्स के तीन सर्वश्रेष्ठ छात्रों को मेडल देने पर सहमति बनी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) में बाहरी राज्यों और विदेशी छात्र-छात्राओं के लिए भी पांच-पांच प्रतिशत सीटें हर कोर्स में बढ़ाई जा रही हैं। इससे अब विदेशी व देश के अन्य हिस्सों के छात्र भी दाखिला ले सकेंगे। सोमवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके साथ ही कुलपति ने सभी प्रोफेसरों को अपने निर्देशन में पीएचडी कराना अनिवार्य कर दिया है। तय हुआ है कि पहली बार एमटेक कोर्स के तीन सर्वश्रेष्ठ छात्रों को दीक्षा समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे।
विवि के कुलपति प्रो. समशेर ने बताया, एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लेदर टेक्नोलाजी, बायोकेमिकल इंजीनियरिंग व फूड टेक्नोलाजी समेत जिन कोर्सों में छात्रों के कम प्रवेश होने की बात सामने आई है, उनकी नए सिरे से समीक्षा करने के लिए कहा गया है। इन कोर्सों में शिक्षण व्यवस्था के साथ ही प्लेसमेंट का स्तर भी सुधारा जाएगा। यही नहीं, अब पीएचडी कराना सभी प्रोफेसर के लिए अनिवार्य होगा। लिहाजा जल्द ही पीएचडी करने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू होगी।
एमएससी में राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के साथ ही अब विवि अपने स्तर पर भी विज्ञापन जारी करेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्लेसमेंट का स्तर पर अब तक संतोषजनक है। करीब 50 प्रतिशत छात्रों को नौकरी के आफर मिले हैं। अब तक अधिकतम 26.57 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिला है। प्लेसमेंट बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही विवि में नियमित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी 20 दिसंबर से शुरू करने पर फैसला लिया गया है।
460 छात्रों को मिलेगी डिग्री, 49 को पदक
कुलपति प्रो. समशेर ने बताया कि 27 दिसंबर को विवि के दीक्षा समारोह की तैयारियों को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई है। इसमें मेडल पाने वाले स्नातक कोर्सों के 46 छात्र-छात्राओं के नामों की फाइनल सूची जारी कर दी गई। उन्होंने बताया कि एमटेक कोर्स करने वाले तीन छात्रों को मेडल मिलेंगे। साथ ही कुल 460 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी जाएगी। कुलाधिपति का गोल्ड मेडल बीटेक फूड टेक्नोलाजी की सुमैया फातिमा को मिलेगा। इसके अलावा कुलपति का गोल्ड मेडल बीटेक कोर्स से वैष्णवी विश्वकर्मा, प्रशांत यादव, अनंत जैन, देवेश बरनवाल, भावना गोलानी, अंची राय, प्रकाश अग्रवाल, अंशिका पाठक, उत्कर्ष वर्मा, आशीष कुमार, आयुषि सेठ, सलोनी मौर्या, वंशिका पोद्दार और एमसीए की तनिशा अग्निहोत्री को मिलेगा।
पीएचडी में लापरवाही पर लिया जाएगा शुल्क
बैठक में मुद्दा उठा कि पीएचडी करने वाले कई छात्र-छात्राएं जानबूझकर कोर्स वर्क व प्रोजेक्ट पूरा नहीं करते, क्योंकि उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि उनके पास और समय है। ऐसे में यह चर्चा हुई कि ऐसे छात्र-छात्राओं से आगे भी शुल्क लिया जाए। तय समय पर पीएचडी पूरी कराने की जिम्मेदारी प्रोफेसरों को दी गई।