बेतरतीब खोदाई से बजरिया चौराहा हुआ खतरनाक
जागरण संवाददाता, कानपुर: बेतरतीब खोदाई व सड़क मोटरेबल न होने से बजरिया चौराहा खतरनाक हो गया ह
जागरण संवाददाता, कानपुर: बेतरतीब खोदाई व सड़क मोटरेबल न होने से बजरिया चौराहा खतरनाक हो गया है। जरा सी चूक और वाहन पलटना तय है। उड़ती धूल वाहन चालकों के लिए मुसीबत बनी हुई है, वहीं खोदाई के बाद पाइप व मलबा छोड़ दिए जाने से रात में अक्सर वाहन पलट जाते हैं।
बकरमंडी के पास से सीसामऊ नाले का एक हिस्सा 31 मार्च तक बंद किया जाना है। इसको लेकर डेढ़ माह से बड़ा चौराहा पुराना सीसामऊ से खोदाई का काम चल रहा है। बजरिया तक पाइप पड़ गया है पर खोदी गई सड़क को अभी तक मोटरेबल नहीं किया गया है। बजरिया चौराहा पर सड़क खुदी पड़ी है। इस रास्ते से रोज तीन लाख से ज्यादा लोग गुजरते हैं। बकरमंडी ढाल से गुजरते ही सीधे बजरिया चौराहा पर वाहन आते हैं पर पाइप व मलबा पड़ा होने से अक्सर दोपहिया वाहन पलट जाते हैं। क्षेत्र के अब्दुल रहमान, सुखराम लाल, आबिद, सीताराम ने बताया कि जब से खोदाई हो रही है तब से निकलना दूभर हो गया है। सड़क को मोटरेबल किया जाए या पानी का छिड़काव कराया जाए, ताकि निजात मिल सके।
70 मीटर खोदाई अभी बाकी
बकरमंडी से गुजर रहे नाले से बजरिया तक 70 मीटर पाइप अभी पड़ना बाकी है। होली के चलते काम रुका था। शनिवार को जल निगम ने पाइप डालने को खोदाई शुरू कराई।
कैसे बंद होगा 31 तक नाला
शनिवार को बंद पड़ा काम फिर शुरू हुआ। ऐसे में सवाल है कि बचे 21 दिन में कैसे बकरमंडी से सीसामऊ नाला बंद होगा।
----------------
बकरमंडी से नाला बंद करने के लिए तेजी से काम कराया जा रहा है। बीच में काम रुकने से एक पखवारा समय बढ़ सकता है। सड़क को मोटरेबल करने के लिए रविवार से काम शुरू कराया जाएगा।
-घनश्याम त्रिवेदी, परियोजना प्रबंधक जल निगम