Banda Police का Good work जांच के घेर में, दोनों मुठभेड़ों में स्वजन ने लगाए सवालिया निशान
अब राशिद की पत्नी नुसरत और सन्नो भी उसको कानपुर के मछरिया से पकड़कर लाना बता रही हैं। उनका कहना है कि वह अपना उपचार कराने कानपुर गया था। आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके गिड़गिड़ाने के बावजूद गोली मारी है।
बांदा, जेएनएन। पुलिस का बड़ा गुडवर्क भी तब जांच के घेरे में आ जाता है। जब उस पर घटना के वर्क आउट को दर्शाने की कहानी में आरोप लगते हैं। स्वाट टीम व कोतवाली की संयुक्त टीमों ने चार दिन के अंदर अलग-अलग जगहों पर दो बदमाशों को मुठभेड़ में गोली से घायल कर पकडऩे का दावा किया है। इधर, दोनों मुठभेड़ों में उनके स्वजन पुलिस टीमों पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने दोनों को पकड़कर मुठभेड़ दिखाते हुए गोली मारी है।
शहर के चमरौडी मुहल्ला निवासी 25 हजार के इनामी बदमाश राशिद को सोमवार रात स्वाट व कोतवाली पुलिस ने नरैनी के पिपरहरी मोड़ के पास से मुठभेड़ में गोली लगने से पकड़ा जाना दिखाया है। उसके पास से चोरी किए गए सोने-चांदी के जेवर, करीब 24 हजार रुपये नकद व पिस्टल बरामद होना दिखाया है। इसी तरह पुलिस ने चंद दिनों पहले मवई बाईपास कृषि विश्वविद्यालय के पास से भी राशिद के दूसरे साथी नुनिया मोहाल निवासी इनामी बदमाश अंतु उर्फ अमित को मुठभेड़ में घायल कर पकडऩा दिखाया था। उसके पास से 15 अगस्त को मुहल्ला कालूकुआं निवासी सूबेदार के घर से चोरी गई पिस्टल बरामद होना दिखाया था। लेकिन अंतु की मां व भाई ने उसे घर से दस दिन पहले पकड़कर ले जाने के बाद गोली मारने का आरोप लगाया था। इसी तरह अब राशिद की पत्नी नुसरत और सन्नो भी उसको कानपुर के मछरिया से पकड़कर लाना बता रही हैं। उनका कहना है कि वह अपना उपचार कराने कानपुर गया था। आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके गिड़गिड़ाने के बावजूद गोली मारी है। जिसमें वह घायल हो गया है। मसलन पुलिस की दोनों मुठभेड़ घायल बदमाशों के स्वजन के आरोपों से सवालों के घेरें में खड़ी हो गई है।
तो आखिर कहां से आ रही हैं शहर में पिस्टल : पुलिस के हाइटेक होने के साथ अपराधियों ने भी घटना करने के तौर तरीके बदल लिए हैं। अवैध तमंचा की जगह अब अपराधियों के पास से पिस्टल बरामद हो रही हैं। पुलिस ने चंद दिनों के अंदर ही दो से तीन पिस्टलें बरामद की हैं। इसमें सवाल यह उठता है कि पुलिस अपराध करने की जड़ को नहीं पकड़ रही है। पिस्टल की जिले में आवक बंद होने से भी अपराध पर काफी रोक लग सकती है।
वर्ष 2012 से राशिद कूदा था अपराध के दलदल में : जिस राशिद को पुलिस मुठभेड़ में पकडऩा बता रही है। स्वाट टीम प्रभारी मंयक चंदेल की मानें तो उसके ऊपर पहले से करीब 12-13 मुकदमे हैं, जिसमें गैंगस्टर, 307, 308, जेल में अपनी हाथ की नस काटने, घरों व रेलवे संपत्ति चोरी आदि के महोबा, बांदा, मटौंध थाना और आरपीएफ थाने में दर्ज हैं। अन्य जनपदों में दर्ज इसके अलावा कितने मुकदमे हैं, पुलिस उनको भी खंगाल रही है। हालांकि वर्ष 2012 में उसका अपराध के दलदल में कूदना स्वाट टीम प्रभारी बता रहे हैं। जिसमें उसके ऊपर चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ था।