शिशुओं के स्वस्थ रहने के लिए अच्छी नींद सबसे जरूरी, और भी समस्याओं के जानिए निदान Kanpur News
दैनिक जागरण शिशु स्वास्थ्यशाला में माताओं ने सीखे बच्चों की देखभाल के गुर विशेषज्ञों ने दिए सवालों के जवाब।
कानपुर, जेएनएन। आपके शिशु को जितनी अच्छी नींद आएगी, वह उतना ही तंदरुस्त रहेगा। सुकून भरी नींद के लिए शिशु को रात में होने वाले गीलेपन से छुटकारा दिलाना जरूरी है। ध्यान रहे, इसके अलावा बच्चे को भूख एवं अन्य समस्याएं भी नहीं होनी चाहिए। इसका ख्याल उनकी माताओं को रखना जरूरी है। ये बातें दैनिक जागरण और पैंपर्स की ओर से लाजपत भवन, मोतीझील में गुरुवार को आयोजित शिशु स्वास्थ्यशाला में सामने आईं। इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने माताओं को बच्चों की सेहतमंद देखभाल के गुर बताए।
महिलाओं को बताई गईं सरकार की योजनाएं और उनके लाभ
शिशु स्वास्थ्यशाला का उदघाटन सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने किया। इस दौरान डॉ. आरती मोहन, डॉ. हेमंत मोहन और दैनिक जागरण आइनेक्सट के संपादकीय प्रभारी मनोज खरे मौजूद रहे। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि महिलाओं और बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार की योजनाएं हैं। इसका महिलाएं जरूर लाभ उठाएं। उन्होंने महिलाओं से योजनाओं की जानकारी के बाबत सवाल-जवाब भी किए। उन्होंने मातृ वंदना योजना, कन्या सुमंगला योजना के लाभ गिनाए। जननी शिश सुरक्षा योजना को लेकर जानकारी दी। कहा, महिलाएं अस्पताल दिखाने के लिए जाने को 102 नंबर डॉयल कर एंबुलेंस बुला सकती हैं। सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं का चेकअप, उनका टीकाकरण एवं बच्चों का टीकाकरण निश्शुल्क होता है। उन्होंने बच्चों की सेहत को लेकर जागरूकता के लिए शिशु स्वास्थ्यशाला के आयोजन के लिए दैनिक जागरण की प्रशंसा की।
स्तनपान से दोहरा फायदा
शिशु स्वास्थ्यशाला में डॉ. आरती मोहन ने बच्चे और महिलाओं की अच्छी सेहत के लिए स्तनपान के फायदे बताए। कहा, मां का दूध बच्चे की सेहत अच्छी के लिए रामबाण है। छह महीने तक शिशु को मां अपना दूध पिलाए तो कोई समस्या नहीं। इससे महिलाओं का पेट नहीं निकलेगा। उन्हें बच्चेदानी और स्तन कैंसर का खतरा नहीं होगा।
ये किए गए सवाल
रात में बच्चा सोता नहीं है?
-डायपर इस्तेमाल करते समय इसका ध्यान दें कि वह पानी को पूरी तरह से सोख रहा है, अगर ऐसा नहीं है तो दो-दो घंटे में बदलते रहें।
नींद से बच्चे के विकास पर असर पड़ता है?
-एक साल के उम्र के बच्चे को 24 घंटे में 11 से 12 घंटे की नींद बेहतर शारीरिक विकास के लिए जरूरी है। ऐसे बच्चे अधिक चपल होते हैं।
गीलेपन से नींद पर असर पड़ता है?
-बच्चे को सोते समय गीलेपन से कई तरह की दिक्कत हो सकती हैं। उसकी नींद खराब होगी। देर तक गीली जगह पर लेटे रहने से ठंड लगने का खतरा होता है।
देर तक डायपर पहनाने से रैशेस पड़ सकते हैं?
-अब बेबी डायपर आ रहे हैं। उसमें गीलेपन को सोखने की अधिक क्षमता है। इससे बच्चे की त्वचा पर रैशेस नहीं पड़ते हैं।
किस प्रकार पैंपर्स पैट्स बच्चों के लिए बेहतर हैं?
-यह एकमात्र डायपर है जिसमें एयर चैनल टेक्नोलॉजी है। जो डायपर को सूखा और हवादार रखने में मदद करती है। इसमें मैजिक जेल टेक्नोलॉजी है जा गीलेपन को अच्छी तरीके से सोखती है।
लकी ड्रॉ में मिला इनाम
सभी पंजीकरण फार्म लेकर लकी ड्रा निकाला गया। इसमें नंदिनी मिश्रा, शीला द्विवेदी, लक्ष्मी मुंतशा सैफी और मकसूदा सिद्दीकी विजयी रहीं।